जुनूबी बिहार के दो दर्जन नौजवान को खोज रही एनआइए

तहसीन अख्तर की गिरफ्तारी के बाद भी बिहार और मुल्क में दहशतगर्द हमलों का खतरा टला नहीं है। खुफिया एजेंसियों की मानें, तो आइएम का जुनूबी बिहार मॉडय़ूल अब भी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकता है। यासीन भटकल और तहसीन ने जुनूबी बिहार के साथ-साथ झारखंड, मशरिकी जुनूबी प्रदेश और राजस्थान में भी अपना एक मजबूत नेटवर्क तैयार कर रखा है।

सेक्युर्टी और खुफिया एजेंसियों को जुनूबी बिहार के दो दर्जन से ज़्यादा ऐसे नौजवानों की तलाश है, जिन्होंने यासीन और तहसीन से केरल में दहशतगर्द का तरबियत लिया है। दरभंगा, समस्तीपुर, मधुबनी और मुजफ्फरपुर जिलों के ये नौजवान पढ़ाई के नाम पर शुमाली भारत गये थे। अभी इनका कोई अता-पता नहीं है। अपने अहले खाना से इनका कोई राब्ता नहीं है। आइबी और एनआइए उनके अहले खाना से मुसलल राब्ता बनाये हुए हैं। आइबी के ज़राये बताते हैं कि ये नौजवान सेक्युर्टी के लिए चैलेंज बने हुए हैं।

सेक्युर्टी और जांच एजेंसियों का मानना है कि आइएम के आला लोगों की गिरफ्तारी के बाद ये नौजवान किसी बड़े वारदात को अंजाम दे सकते हैं। खुफिया एजेंसियों की मानें, तो लोकसभा इंतिखाबा के दौरान आइएम ने कई बड़े लीडरों के साथ-साथ उनकी इजलास में हमले की साजिश रच रखी है। ज़राये की मानें, तो आइएम ने जुनूबी बिहार के अलावा झारखंड, मशरिकी उत्तर प्रदेश और राजस्थान में धमाकों का जखीरा जमा कर रखा है। इसका इस्तेमाल लोकसभा इंतिख़ाब के दौरान धमाके में हो सकता है।