जुनूबी हिंद में नक्सलाईटस का नया महाज़: विज़ारत-ए-दाख़िला

नक्सलाइट‌ जुनूबी हिन्दुस्तान में नया गढ़ क़ायम करने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकी मुसल्लह कैडर की मग़रिबी घाट और तमिलनाडु। केरला। कर्नाटक सहि रुख़ी जंक्शन पर नक़ल-ओ-हरकत में इज़ाफ़ा हो गया है। ये सरगर्मियां तीन रियासतों के लिए संगीन सिक्योरिटी ख़तरा बन सकती हैं।

विज़ारत-ए-दाख़िला ने अपने एक दाख़िली मुरासला में कहा कि सी पी आई (माईसट) की तनज़ीमी सरगर्मियां मग़रिबी घाट और इन तीन रियासतों को मरबूत करने वाले जंक्शन में काफ़ी वुसअत इख़तियार कर गईं। ये सरगर्मियां इलाक़े में मुसल्लह कैडर की नक़ल-ओ-हरकत और उसकी मुहाज़ी तनज़ीमों की सरगर्मियों और दीगर हरकात-ओ-सकनात पर मबनी हैं।

नक्सलाइट्स की ये कोशिशें जुनूबी हिन्दुस्तान में एक नया महाज़ क़ायम करने के लिए है जो इंतिहाई संगीन और तशवीशनाक पहलू है। विज़ारत-ए-दाख़िला ने ये भी कहा कि इस मरहले पर माईसटों के मंसूबे को बह आसानी नाकाम बनाया जा सकता है। जारीया साल मुसल्लह सी पी आई (माईसट) ग्रुप्स की सरगर्मियां और उनकी नक़ल-ओ-हरकत केरला के अज़ला मिलापो रुम, वे आनंद और कंवर के इलावा कर्नाटक के अज़ला मैसूर, कोडगो, ओडपी, चिकमगलूर और शिमोगा में देखी गईं।

अगरचे तमिलनाडु के मतसले इलाक़ों में मुसल्लह नक्सलाइटस कैडर की कोई नक़ल-ओ-हरकत नहीं देखी गई, लेकिन मुहाज़ी तनज़ीमों की सरगर्मियों बिलख़सूस ज़िला इरोड में काफ़ी इज़ाफ़ा हुआ है। विज़ारत-ए-दाख़िला ने मुख़्तलिफ़ इंटेलीजेंस इत्तिलाआत की बुनियाद पर तीन रियासतों की पुलिस फ़ोर्स को हिदायत दी है कि वो इस जंक्शन पर कड़ी नज़र रखें।

इस के इलावा नक्सलाइटस की सरगर्मियों पर क़ाबू पाने के लिए तमाम तर इक़दामात किए जाएं। ज़रूरत पड़ने पर तीन रियासतें मुशतर्का कार्रवाई भी कर सकती हैं। विज़ारत-ए-दाख़िला ने इन तीन रियासतों से कहा है कि वो माईसटों के खु़फ़ीया ठिकानों, उनकी सरगर्मियों और नक़ल-ओ-हरकत पर क़ाबू पाने के लिए मुशतर्का तौर पर ज़रूरी कार्रवाई करें।

मर्कज़ ने हाल ही में कहा था कि माईसटों के नज़रियात मुसल्लह कैडर से ज़्यादा ख़तरनाक हैं जिन्होंने 2001 से लेकर अब तक 8,100 आम शहरियों और पुलिस मुलाज़िमीन को हलाक किया।