लखनऊ, १४ सितंबर ( सियासत न्यूज़) जुमातुल-विदा 17 अगस्त के मौक़ा पर लखनऊ के मुसलमानों ने मस्जिद में जुमा के नमाज़ के बाद बर्मा और आसाम में मुसलमानों पर मज़ालिम (ज़ुल्म, अत्याचारों) के ख़िलाफ़ जो एहतिजाज किया जिस के नतीजा में हाथी पार्क समेत कई मुक़ामात पर शरपसंद ( झगड़ा करने वालों) अनासिर ने मूर्तियां तोड़ दीं ।
इस मुआमला में अभी तक क़सूरवार अफ़राद के ख़िलाफ़ पुलिस रिपोर्ट दर्ज ना किए जाने के मुआमला पर रंजीता अग्नीहोत्री एडवोकेट ने जो रिट इलहाबाद हाइकोर्ट लखनऊ बंच के सामने दाख़िल की इस पर आज फ़ाज़िल बंच ने समाअत की फ़ाज़िल बंच जस्टिस ओसानाथ सिंह और जस्टिस वी के दिक्षित पर मुश्तमिल थी बंच के सामने रियासत के महकमा दाख़िला के प्रिंसिपल सेक्रेटरी और ज़िला मजिस्ट्रेट लखनऊ आज पेश हुए उन लोगों की तरफ़ से रियास्ती हुकूमत की वकील बुलबुल गौड पाल एडवोकेट ने कहा कि जमातुल-विदा को लखनऊ के मुसलमानों का एहतिजाज आसाम और बर्मा में मुसलमानों पर मज़ालिम ( अत्याचार/ ज़ुल्म) के ख़िलाफ़ था ये किसी फ़िर्क़ा मज़हब के ख़िलाफ़ नहीं था ।
उन्होंने कहा कि मुसलमानों के इस एहतिजाजी प्रोग्राम में बाअज़ ( कुछ) शरपसंद ( झगड़ालू) अनासिर घुस आए जिन्होंने बाअज़ मक़ामात ( जगहों) पर दलित लीडरों के मुजस्समों ( मूर्तियों) को तोड़ा और सरकारी इमलाक ( प्रापर्टी/ Property) को नुक़्सान पहुंचाया ।
इस मुआमला में हुकूमत ने सख़्त मौक़िफ़ इख़तियार करते हुए शरपसंद अनासिर की फ़हरिस्त (List) टी वी स्क्रीन की मदद से तैयार की है नीज़ उन की तलाश शुरू कर दी है कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं और मज़ीद गिरफ्तारियां हो रही हैं । लखनऊ के कमिशनर को इस मुआमले की जांच के अहकाम दिए गए हैं तोड़ी गई मूर्तियों की मरम्मत और नई मूर्तियां लगाने का काम शुरू हो गया है ।
उन्हों ने कहा कि इस मुआमला में हुकूमत तमाम क़ानूनी चाराजोई (कोशिशें) कर रही है ।