जुड़वां बच्चों का पास मौजूद वाहिद चूसनी का बाहमी इस्तेमाल

कहते हैं इत्तेफ़ाक़ में बरकत होती है और ये मिसल इन जुड़वां बच्चों पर सो फ़ीसद सादिक़ आती हैं जो अपने पास मौजूद वाहिद चूस्नी का कमाल इत्तेफ़ाक़ से इस्तेमाल करते नज़र आ रहे हैं।

पहले एक भाई अपने मुंह में चूसनी लेता है तो फिर दूसरा किसी भी किस्म के लड़ाई झगड़े और शोर के बगै़र उसे इस के मुंह से निकाल कर अपनी मुंह में डाल लेता है। हैरतअंगेज़ तौर पर एक बच्चा दूसरे को चंद सेकेंड्स से ज़्यादा मुंह में ये चूसनी रखने नहीं देता और दोनों निहायत फुर्ती से एक दूसरे के मुंह से चूसनी निकालने का कारनामा सर अंजाम देते हैं। इस वीडीयो ने नाज़रीन को अपनी तरफ़ काफ़ी तादाद में खींचा है।