हुकूमत तेलंगाना हड़ताली जूनियर डाक्टरों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई के एक मंसूबे पर ग़ौर कररही है। जूनियर डॉक्टर्स मुख़्तलिफ़ मुतालिबात की यकसूई के लिए देढ़ माह से हड़ताल कररहे हैं और हुकूमत ने वार्निंग दी है कि कल 13 नवंबर से डयूटी पर रुजू ना होने की सूरत में उनके ख़िलाफ़ सख़्त तरीन तादीबी कार्रवाई की जाएगी।
डायरेक्टर तिब्बी तालीम श्रीनिवास ने अख़बारी नुमाइंदों से कहा कि इन जूनियर डाक्टरों को मार्च में मुनाक़िद होने वाले सालाना इमतेहानात में शिरकत की इजाज़त नहीं दी जाएगी क्युंकि हुकूमत इन डाक्टरों को माफ़ करने के मौक़िफ़ में नहीं है।
अगर वो राह रास्त पर आने में नाकाम होते हैं तो हमें ( दूसरी रियासतों के ) हाउज़ सर्जन्स को टीचिंग कॉलेजस भेजना होगा। उन्होंने कहा कि हड़ताली डॉक्टर्स मेडिकल कौंसिल आफ़ इंडिया की जांच के दौरान भी तआवुन नहीं कररहे हैं।
मिस्टर श्रीनिवास ने कहा कि रियासत तेलंगाना में भी मुल्क की दुसरे 16 रियासतों की तरह जूनियर डाक्टरों के लिए देही इलाक़ों में ख़िदमात की अंजाम दही लाज़िमी है और जूनियर डाक्टरों को इस शर्त से इस्तिस्ना देने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता। जूनीयर डॉक्टर्स अपने दुसरे कई मुतालिबात के साथ देढ़ माह से हड़ताल जारी रखे हुए हैं जिस को ख़त्म कराने के लिए हुकूमत कई मर्तबा कोशिश करचुकी है।
हाल ही में वज़ीर-ए-दाख़िला एन नरसिम्हा रेड्डी और डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर-ओ-वज़ीर-ए-सेहत डॉ टी राजिया भी डॉक्टर्स उन से बातचीत करचुके हैं जिस का कोई नतीजा बरामद नहीं होसका।इस हड़ताल के सबब मरीज़ों को सख़्त दुशवारीयों का सामना है।