जूनियर डॉक्टर्स क़ाइदीन ने इस बात का इआदा किया कि ख़ाह हालात कुछ ही हूँ किसी सूरत में जारी हड़ताल से दसतबरदारी हरगिज़ इख़तियार नहीं की जाएगी बल्कि ज़रूरत पड़ने पर हाईकोर्ट अहकामात के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट से रुजू होने के इक़दामात किए जाऐंगे।
इन क़ाइदीन ने कहा कि अपने इस मौक़िफ़ से रियासती हाईकोर्ट को भी वाक़िफ़ करवाया गया है। हड़ताली जूनियर डॉक्टर्स क़ाइदीन के मुताबिक़ बताया जाता हैके पिछ्ले माह 27 सितंबर को ही अपने देरीना हल तलब मसाइल की यकसूई के मुतालिबा पर हड़ताल शुरू करने से मुताल्लिक़ डायरेक्टर मेडिकल एजूकेशन को बाक़ायदा तौर पर नोटिस दी गई थी।
लेकिन डायरेक्टर मेडिकल एजूकेशन ने इस नोटिस पर अपने किसी रद्द-ए-अमल का इज़हार नहीं किया जिस के नतीजे में हड़ताल शुरू करने पर मजबूर होना पड़ा।