जेएनयू की आंच पटना तक पहुंची

पटना : जेएनयू प्रकरण को लेकर जुमेरात को यहां भाजपा के समर्थक व छात्र संगठनों के सदस्यत आपस में भिड़ गये. वीरचंद पटेल स्थित भाजपा दफ्तर के सामने दोनों गुटों में लाठी-डंडे से जम कर मारपीट हुई. पथराव हुआ और शीशे की बोतलें भी फोड़ी गयीं. इसमें एक मीडियाकर्मी, भाजपा किसान मोरचा के तीन लोगों को चोटें आयी हैं. बाद में पुलिस ने आंशिक बल प्रयोग कर भीड़ को खदेड़ा. काफी देर तक अफरा-तफरी मची रही.

कोतवाली थाने के वीरचंद पटेल स्थित भाजपा daftar के सामने भाजपा के हिमायत व विभिन्न छात्र संगठनों के छात्र आपस में भिड़ गये. दोनों गुटों में लाठी-डंडे से जम कर मारपीट हुई.

इस दौरान पथराव हुआ और शीशे की बोतलें भी फोड़ी गयीं. इसमें एक मीडियाकर्मी राजतिलक, भाजपा किसान मोरचा के अनिल शर्मा, गोविंद व वर्षा को चोटें आयी हैं. सारा मामला पुलिस के saamne ही घटित हुआ. हालांकि मामला बढ़ने के बाद पुलिस ने दोनों पक्षों को नियंत्रित करने का प्रयास किया और आंशिक बल प्रयोग कर भीड़ को काफी मुश्किल से खदेड़ा. इससे वहां काफी देर तक अफरातफरी मची रही. इस दौरान कोई भी पक्ष पीछे हटने को तैयार नहीं था.

इस संबंध में छात्र संगठनों की ओर से कोतवाली थाने में एक आवेदन दिया गया है. आवेदन में छात्र गोविंद व छात्रा वर्षा ने बताया है कि वे लोग जेएनयू की घटना के विरोध में शांतिपूर्ण ढंग से इनकम टैक्स से रैली निकाल कर आर ब्लॉक की ओर जा रहे थे, इसी बीच भाजपा कार्यालय के समक्ष भाजपा के कार्यकर्ताओं व पुलिस ने मिल कर उन लोगों को लाठी-डंडे से पीटा.

इसमें प्रदर्शन में शामिल छात्राओं को भी नहीं बख्शा गया. दूसरी ओर भाजपा का आरोप है कि छात्र संगठनों ने गेट पर हंगामा किया और कार्यालय के अंदर घुस कर मारपीट व पथराव किया. इसमें पार्टी के कई लोगों को चोटें आयीं.

मार्च के बीच फूटा आक्रोश : जेएनयू के छात्र संगठन के अध्यक्ष कन्हैया की गिरफ्तारी के विरोध में छात्र राजद, आइसा, एआइएसएफ, एनसीपी आदि छात्र संगठनों ने इनकम टैक्स से लेकर आर ब्लॉक तक गुरुवार को दोपहर दो बजे दिन में मार्च निकाला. दूसरी ओर जेएनयू से संबंधित मामले को लेकर भाजपा कार्यालय में समर्थक आक्रोश मार्च को लेकर जुटे थे.

भाजपा के मार्च को लेकर पहले से ही उनके कार्यालय के समक्ष मजिस्ट्रेट के साथ कोतवाली थानाध्यक्ष रमेश प्रसाद सिंह व काफी संख्या में पुलिस बल मौजूद थे. छात्र संगठनों के प्रदर्शनकारी मार्च करते हुए भाजपा कार्यालय के पास पहुंचे. वहां रूक कर वे लोग नारेबाजी करने लगे. इस बात को लेकर विवाद शुरू हो गया और भाजपा समर्थक भी बाहर निकलने लगे. इसके बाद दोनों पक्षों में धक्का-मुक्की होने लगी. इसी बीच किसी ने भाजपा कार्यालय के अंदर पथराव कर दिया और शीशे की बोतल फेंक दी. इसके कारण एक मीडियाकर्मी समेत तीन लोगों को चोटें आयीं. इतने में ही डीएसपी विधि व्यवस्था डाॅ मो शिब्ली नोमानी भी पहुंच गये. उन्होंने तुरंत ही दोनों पक्षों को एक-दूसरे से अलग किया और मामले को नियंत्रित करने का प्रयास किया.

विधायक संजय मयूख भी अपने समर्थकों के साथ लाठी-डंडे लेकर बाहर निकल चुके थे. पुलिस ने छात्र संगठनों पर आंशिक बल प्रयोग किया और सभी को खदेड़ दिया. इसी बीच छात्र संगठन आगे बढ़ते हुए राजद कार्यालय तक पहुंचे और फिर काफी संख्या में वापस लौटने लगे. लेकिन, डीएसपी मुस्तैद थे और वे उन छात्रों की ओर दौड़े, तो छात्र वहां से निकल गये.