जेनरल सिंह ने वज़ीर-ए-आज़म के दफ़्तर को तनाजात में उलझाया

साबिक़ सरबराह फ़ौज जेनरल वी के सिंह जिन के मेयाद ओहदा की आख़िरी मुद्दत सुप्रीम कोर्ट में हुकूमत के साथ क़ानूनी जंग की वजह से दागदार होचुकी है,वज़ीर-ए-आज़म के दफ़्तर अपनी उम्र के तनाज़ा और टाटरा ट्रक स्कैंडल में मुलव्वस करने की कोशिश की।

उन्होंने कहा कि एक सीनियर सरकारी ओहदेदार ने उन मसाइल की साज़िश तैयार की है। उन्होंने अपनी ताज़ा तरीन ख़ुद नविश्त सवानिह उमरी में जिस का नाम जुराअत और पुख़्ता इरादे में कहा कि ऐसा मालूम होता था कि ज़राए इबलाग़ उनकी ओहदा से बरतरफ़ी चाहते हैं वो अपनी उम्र के मुक़द्दमा की दूसरी पेशी को एक बड़ी ज़र्ब क़रार देते हुए कहते हैं कि वो उस वक़्त की सदर जमहूरिया प्रतिभा पाटिल से मुलाक़ात कर के उनसे कह चुके थे कि वो उनके साथ तआवुन-ओ-इश्तिराक जारी रखना चाहते हैं।