जेल के बाहर आसाराम के हामियों पर लाठीचार्ज

जोधपुर सेंट्रल जेल के बाहर हंगामा कर रहे आसाराम के हामियों पर पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। आसाराम को 14 दिनों की अदालती हिरासत में जोधपुर सेंट्रल जेल में ही रखा गया है।

आज आसाराम को अदालती हिरासत में भेजे जाने की इत्तेला मिलते ही, उनके हामी जोधपुर सेंट्रल जेल के बाहर जमा होने लगे और देर शाम तक अच्छी खासी तादाद में पहुंच गए।

जेल के बाहर पुलिस की भी सख्त इंतेज़ाम किया गया था। हामी गिरफ्तारी की मुखालिफत में नारे लगाते हुए जेल की ओर बढ़ने लगे। भीड़ को बेकाबू होता देख तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठियां बरसाई।

इससे पहले एक दिन की पुलिस कस्टडी खत्म होने के बाद आसाराम बापू को आज अदालत में पेश किया गया। कोर्ट में पुलिस ने पूछताछ के लिए उनकी रिमांड बढ़ाने को थी।

हालांकि कोर्ट ने आसाराम बापू की रिमांड की मुद्दत नहीं बढ़ाई और उन्हें 14 दिनों के लिए अदालती हिरासत में भेज दिया गया है। उन्हें जोधपुर सेंट्रल जेल भेजा गया, जहां वे 15‌ सितंबर तक रखे जाएंगे।

इस्मतरेज़ि के सुबूतों को पुख्ता करने के लिए इतवार के दिन पुलिस ने एक मेडिकल टीम से आसाराम की मर्दानगी की जांच कराई, जो सही पाई गई।

पुलिस कल रात उन्हें जोधपुर वाकेय् मणाई आश्रम लेकर गई। मुतास्सिरा से इसी आश्रम में इस्मतरेज़ि किए जाने का इल्ज़ाम है।

आश्रम की कुटिया में आसाराम से पूछताछ की गई, ‌ मुतास्सिरा के साथ होने की बात कुबूल की लेकिन इस्मतरेज़ि के इल्ज़ामात से इनकार किया।

जेल सुप्रीटेंडेंट राकेश मोहन ने बताया कि आसाराम के साथ बतौर आम कैदी की तरह बर्ताव किया जाएगा।

उन्हें जेल में एक ब्लैंकेट, मग, चटाई, थाली और कटोरी दी जाएगी। अगर हमें लगता है कि उनकी सेक्युरिटी मुतास्सिर नहीं होगी तो उन्हें दूसरे कैदियों के साथ भी रखा जा सकता है।

पुलिस ने आसाराम के खास शख्स शिवा को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। उससे दो दिन से पुलिस पूछताछ कर रही थी। शिवा पर मुतास्सिरा को कुटिया में भेजने का इल्ज़ाम है।

इधर, मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा वाकेय् आश्रम की वार्डन शिल्पी को गिरफ्तार करने के लिए जोधपुर पुलिस की टीम रवाना हो गई है।

शिल्पी पर मुतास्सिरा खानदान को गुमराह करने का इल्ज़ाम है। ज़राए ने बताया कि इस मामले में नामजद हॉस्टल का केयर टेकर शरद चन्द्र भी जोधपुर में पुलिस के सामने पेश हो गया।

बशुक्रिया: अमर उजाला