नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट यूनियन के प्रधान कन्हैया कुमार जिसे फरवरी में देशद्रोह के आरोप लगाकर 20 दिन के लिए जेल में डाल दिया गया था अब बाहर आकर एक मजबूत नेता की तरह उभरे हैं।
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28 साल के कन्हैया जो आज की युवा पीढ़ी के बीच खासे मशहूर हैं और उसके चाहने वालों की गिनती में लगातार इज़ाफ़ा हो रहा है अब एक किताब लिखने जा रहे हैं। इस किताब का नाम है ‘बिहार टू तिहाड़’। इस किताब में कन्हैया बिहार के अपने गाँव से लेकर जेल में बिताए अपने दिनों की साड़ी दास्ताँ बयान करेगा जिससे वो गुज़रा था।
सूत्रों से पता चला है कि किताब छापने के लिए कन्हैया के साथ के पब्लिशिंग कंपनी का कॉन्ट्रैक्ट साइन हो चुका है और आने वाले करीबन 2 महीने में यह किताब बाजार में पहुँच जाएगी। यह किताब हिंदी और अंग्रेजी में उपलब्ध होगी।