जेल में मुहम्मद क़तील सिद्दीक़ी का क़तल गहरी साज़िश

* सख़्त सेक्युरीटी वाली जेल की दीवारों के पीछे भी मुस‌लमान महफ़ूज़ नहि :मुस्लिम मजलिस मुशावरत
नई दिल्ली। ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस मुशावरत ने पूणे के यरवाडा सख़्त सेक्युरीटी वालि जेल में मुहम्मद क़तील सिद्दीक़ी के बेद्रदाना क़तल पर एहतिजाज करते हुए कहा कि ये क़तल , हिंदूस्तान में एक मुस‌लमान की ज़िंदगी महफ़ूज़ ना होने का एक और सबूत है।

सख़्त सेक्युरीटी वाली जेल की दीवारों के पीछे भी मुस्लमानों की ज़िंदगी महफ़ूज़ नहीं। मुश्तबा इंडियन मुजाहिदीन के सदस्य मुहम्मद क़तील सिद्दीक़ी का क़तल एक गहिरी साज़िश है जिस की अदालती जांच‌ करवाई जानी चाहीए। सदर ओल इंडिया मजलिस मुशावरत ज़फ़र उल-इस्लाम ख़ान ने इल्ज़ाम लगाया कि क़तील सिद्दीक़ी के ख़िलाफ़ एसा कोई सबूत नहीं है कि चार्ज शीट दाख़िल की जा सके।

उन्हें 7 माह पहले गिरफ़्तार किया गया था। जांच एजेंसीयों को कोई सबूत नहीं मिल सका कि वो उन के ख़िलाफ़ कोई चार्ज शीट दाख़िल करसके इस लिये एक मुजरिम की तरफ‌ से उन्हें हलाक करने की साज़िश रचाई गई। क़तील सिद्दीक़ी का क़ातिल पहले ही कई क़तल के इल्ज़ामों का सामना कर रहा है।

उन्हों ने कहा कि इन की तंज़ीम ने क़ौमी इंसानी हुक़ूक़ कमीशन को खत‌ लिखते हुए इस क़तल की तहक़ीक़ात का मुतालिबा किया है। उन्हों ने सवाल किया कि आख़िर सख़्त सेक्युरीटी वाली जेल के अंदर उच्च सेक्युरीटी सेल में ये क़तल किस तरह होसकता है। हम इस क़तल की अदालती जांच‌ का मुतालिबा करते हैं।