नई दिल्ली, 01 मई: सरबजीत पर हुए जानलेवा हमले के बाद उसे दो घंटे बाद अस्पताल पहुंचाया गया | ये खुलासा सरबजीत को अस्पताल ले जाने वाले एक अफसर ने किया है | अफसर के मुताबिक जेल के आफीसरों को सरबजीत को बिना देर किए अस्पताल में भर्ती कराना था लेकिन उन्होंने जानबूझकर उसे देर से अस्पताल भेजा , अफीसर के मुताबिक अगर सरबजीत को दो घंटे देर पहले अस्पताल में भर्ती कराया जाता तो उसकी हालत इतनी खराब नहीं होती |
कोर्ट लखपत जेल में बंद सरबजीत पर जानलेवा हमले के पीछे वहां के सुप्रीटेंडेंट का हाथ था | दो मुल्ज़िम हमलावरों ने पूछताछ में कुबूल किया है कि सुप्रीटेंडेंट के कहने पर ही उन्होंने सरबजीत पर जानलेवा हमला किया, वैसे वाकिया के बाद 7 पुलिसवालों को सस्पेंड तो कर दिया गया है| लेकिन सरबजीत पर जिस तरीके से जेल में जानलेवा हमला किया गया उससे साफ है कि ये एक बनी बनायी साजिश थी|
पाकिस्तान की जेल में हमले का शिकार हुए सरबजीत की हालत और बिगड़ती जा रही है| मंगल देर रात लाहौर के जिन्ना अस्पताल की ओर से जारी मेडिकल बुलेटिन में कहा गया है कि सरबजीत की हालत और खराब होती जा रही है उधर आज सरबजीत के घर वाले वाघा बार्डर के रास्ते हिंदुस्तान लौट रहा है| सरबजीत के वकील ओवैस शेख के मुताबिक घर वाले हिंदुस्तान जाकर लोगों से राय मशवरा करेगा कि आगे क्या करना है |
सरबजीत के वकील ने कहा है कि वो आज लाहौर हाईकोर्ट में दरखास्त दायर कर कुछ हिंदुस्तानी डॉक्टरों को पाकिस्तान आने देने की इज़ाज़त मांगेगे सरबजीत के वकील के मुताबिक वो कोर्ट से गुजारिश करेंगे कि हिंदुस्तान से डॉक्टरों की एक टीम को पाकिस्तान आने दिया जाए ताकि वो सरबजीत के इलाज में मदद कर सकें|
सरबजीत के वकील का कहना है कि सरबजीत के इलाज को लेकर उनके घरवालो के साथ-साथ हिंदुस्तान के आवाम के मन में शक है ओवैस शेख का कहना है कि हिंदुस्तानी डॉक्टरों को लाहौर आने की इज़ाज़त मिलने से लोगों के शक दूर होंगें |