जेएनयू मामला: बेक़सूर स्टूडेंट्स को बेवजह परेशान करने में जुटी पुलिस

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में पिछले दिनों हुए वाक़ये के बाद से देश में एक तरफ जहाँ राजनितिक पार्टियों और नेताओं के तरह तरह के बयान सामने आ रहे हैं वहीं दूसरी और दिल्ली पुलिस भी दवाब में काम करती हुई बेहूदा फैसले लेती नज़र आ रही है।

दिल्ली पुलिस जो आये दिन किसी न किसी वजह से ख़बरों में बनी ही रहती है ने जे.एन.यू के स्टूडेंट यूनियन के प्रधान कन्हैय्या कुमार को उस पर लगे देशद्रोह के इल्ज़ामों की वजह से गिरफ्तार करने के बाद यूनिवर्सिटी के बेक़सूर स्टूडेंट्स को भी तंग करना शुरू कर दिया है।

जिसकी ताज़ा मिसाल मिली पिछले दिन यूनिवर्सिटी के ही कुछ थिएटर आर्टिस्ट्स के साथ हुई घटना से जिसमें पुलिस ने इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर आर्ट्स में किये जा रहे एक फंक्शन में शामिल होने जा रहे स्टूडेंट्स ने बिना किसी जुर्म के पुलिस स्टेशन ले जाकर बंदी बनाये रखा और उन्हें खाने पीने के लिए भी कुछ न दिया।

घटना के मुताबिक पुलिस इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर आर्ट्स में हिस्सा लेने आये ७ स्टूडेंट्स को पकड़ कर उन्हें पुलिस स्टेशन ले आई और उनसे उनके मोबाइल फ़ोन और बाकी सारा सामान भी ले लिया। इसके बाद पुलिस ने इन सभी से घंटों तक पूछताश की और पूछताश के दौरान पुलिस उनसे यह उगलवाने की कोशिश कर रही थी कि वो इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर में स्टूडेंट यूनियन के प्रधान कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी का विरोध प्रदर्शन करने के लिए तो नहीं आये थे?

पूछताश के घंटों बाद भी उन्हें एक कमरे में बंद रखा गया जहाँ इत्तेफ़ाक़ से एक वकील के पहुँचने और उसके ज़ोर डालने पर उन्हें छोड़ा गया।