जे ए सी सियासी जमातों पर असर अंदाज़ हो

तेलंगाना राबिता कमेटी के सदर नशीन डाक्टर ए गोपाल किशन ने आज तेलंगाना जे ए सी से मुतालिबा किया कि वो तेलंगाना हामी जमातों को ज़िमनी इंतिख़ाब में एक दूसरे से मुक़ाबला करने से बाज़ रखने की कोशिश करे । उन जमातों के एक दूसरे से मुक़ाबला की सूरत में तेलंगाना हामियों में इख़तिलाफ़ात पैदा होंगे ।

एक प्रेस कान्फ़्रैंस से ख़िताब करते हुए डाक्टर गोपाल किशन ने तेलंगाना काज़ को आगे बढ़ाने में सियासी जमातों के तर्ज़ अमल पर हैरत का इज़हार किया और कहा कि अब ये जमाअतें तेलंगाना की हिमायत में एक मौक़िफ़ रखने के बावजूद एक दूसरे के ख़िलाफ़ मुक़ाबला आराई में मसरूफ़ हैं । अफ़सोस की बात है कि ये ताकतें एक दूसरे से मुक़ाबला से बचने कोशिश नहीं कर रही हैं ।

उन्हों ने महबूब नगर के हालिया इंतिख़ाबात की मिसाल देते हुए कहा कि तेलंगाना की हिमायत के बावजूद ये जमाअतें अपना अपना मौक़िफ़ मुस्तहकम और ताक़तवर बनाने को ज़्यादा अहमियत देती हैं ।

उन्हों ने इस अंदेशे का इज़हार किया कि परकाल हलक़ा के ज़िमनी इंतिख़ाब में भी एसी ही सूरत-ए-हाल दरपेश हो सकती है । इस बार टी आर एस को सी पी आई की ताईद हासिल है तो बी जे पी महबूब नगर की कामयाबी पर मसरूर है । दोनों जमाअतें परकाल में अपनी अपनी ताक़त का मुज़ाहरा करना चाहेंगी जिस से तेलंगाना हामियों में उलझन पैदा हो सकती है ओ तेलंगाना काज़ को नुक़्सान होसकता है ।

तेलंगाना मुख़ालिफ़ ताकतें इस सूरत-ए-हाल से फ़ायदा उठा सकती हैं । इसी सूरत-ए-हाल को टालने के लिए तेलंगाना जवाइंट एक्शन कमेटी को चाहीए कि तेलंगाना हामी सियासी जमातों पर असर अंदाज़ (हावी)होते हुए उन्हें एक दूसरे के ख़िलाफ़ मुक़ाबला से बाज़ रखने की कोशिश करे ।