नई दिल्ली 3 अप्रैल ( पी टी आई ) 2G अस्क़ाम पर जे पी सी की कारकर्दगी स्कैंडल ज़दा है । बी जे पी क़ाइद यशवंत सिन्हा ने आज वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह और मर्कज़ी वज़ीर फ़ीनानस पी चिदम़्बरम के जे पी सी के इजलास पर पेश होने के मुतालिबे का इआदा करते हुए कहा कि इस तरह सदाक़त ज़ाहिर होजाएगी ।
यशवंत सिन्हा ने जो ख़ुद भी जे पी सी के एक रुकन हैं कमेटी का इजलास गुज़िशता दो माह से मुनाक़िद ना करने पर सख़्त एतराज़ करते हुए कहा कि वो और दीगर अरकान कमेटी के इजलास का अर्से से मुतालिबा कररहे हैं ता कि साबिक़ मर्कज़ी वज़ीर-ए-मवासलात ए राजा बतौर गवाह बयान दे सकीं लेकिन सदर नशीन के इजलास तलब करने से गुरेज़ से वाज़िह होता है कि जे पी सी की कारकर्दगी स्कैंडल ज़दा है ।
वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह क़ब्लअज़ीं पी ए सी के इजलास पर हाज़िर होने का पेशकश करचुके हैं लेकिन उनकी जे पी सी के इजलास पर पेश होने से हिचकिचाहट ज़ाहिर करती है कि वो कुछ ना कुछ छिपाना चाहते हैं । उन्होंने कहा कि अगर ए राजा कहानी का दूसरा रुख़ कमेटी के इजलास पर पेश करें तो अंदेशा है कि वज़ीर-ए-आज़म और मर्कज़ी वज़ीर फ़ीनानस शदीद मुश्किलात का शिकार होजाएंगे और उन्हें ऐसी सूरत-ए-हाल से बचाने केलिए सदर नशीन जे पी सी उन्हें तलब करने से गुरेज़ कररहे हैं ।
उन्होंने कहा कि वो इस सिलसिले में वज़ीर-ए-आज़म को खत रवाना करचुके हैं कि उन्हें जे पी सी पर पेश होना चाहीएता कि हक़ीक़त का इन्किशाफ़ होसके । सिन्हा के मुतालिबे पर मर्कज़ी वज़ीर-ए-इत्तलात-ओ-नशरियात मनीष तीवारी ने रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करते हुए कहा कि मुनासिब होता कि बहैसीयत जे पी सी रुकन यशवंत सिन्हा अपना बयान कमेटी की हद तक महिदूद रखते ।
उन्होंने कमेटी के मुकम्मल तौर पर स्कैंडल ज़दा होने के सिन्हा के इद्दिआ को मुस्तर्द कर दिया । सिन्हा ने वज़ीर-ए-आज़म के अलावा स्पीकर लोक सभा मीरा कुमार को भी एक मकतूब रवाना करचुके हैं । अपने मुतालिबे को जायज़ क़रार देते हुए यशवंत सिन्हा ने कहा कि ए राजा ने वज़ीर-ए-आज़म और मर्कज़ी वज़ीर फ़ीनानस के इस स्कैंडल के बारे में किरदार को इंतेहाई मुश्तबा बनादिया है ।
दोनों का जे पी सी के इजलास पर हाज़िर होकर हक़ीक़त का इन्किशाफ़ करना बेहतर होगा । मनीष तीवारी ने कहा कि अप्पोज़ीशन बाअज़ औक़ात ऐसे मुतालिबात करती है जो हदूद से तजावुज़ होते हैं । तीवारी ने कहा कि जे पी सी अपनी रिपोर्ट तहरीर करने के मरहले में हैं और ऐसे वक़्त ऐसा मुतालिबा करना घोड़े के आगे गाड़ी बांधने के मुतरादिफ़ है ।
उन्होंने कहा कि वो भी जे पी सी के रुकन है और अप्पोज़ीशन का सिर्फ़ यही काम रह गया है कि वो ऐसे मरहले में ऐसे मुतालिबात करते हुए उन्हें मज़हकाख़ेज़ बनादे । उन्होंने कहा कि उन्हें यशवंत सिन्हा से ऐसे किसी मुतालिबा की तवक़्क़ो नहीं थी जो मुकम्मल तौर पर मज़हकाख़ेज़ हो।
कांग्रेस के तर्जुमान राशिद अलवी ने कहा कि वज़ीर-ए-आज़म का जे पी सी से कोई लेना देना नहीं है । यशवंत सिन्हा केलिए मुनासिब नहीं है कि वो जे पी सी की कारकर्दगी पर एतराज़ करें जे पी सी अपने तौर पर फ़ैसले करसकती है ।वज़ीर-ए-आज़म का इस से क्या ताल्लुक़ है ।