रियासत भर में जोनएर डॉक्टर्स की जानिब से की जा रही हड़ताल आज दूसरे दीन भी जारी रही जिस के नतीजा में मरीज़ों को मुश्किलात का सामना करना पड़ा । हड़ताल को देखते हुए रियासती हुकूमत ने इंतीबाह(अग करना) दीया है के अगर जोनएर डॉक्टर्स फ़ौरी अपनी हड़ताल ख़तम नहीं करते हैं तो उन के खीलाफ़ लाज़िमी खीदमात के क़ानून ( अस्मा ) का इस्तिमाल कीया जा सकता है ।
जोनएर डॉक्टर्स हुकूमत की जानिब से देही और क़बाइली इलाक़ों में ख़िदमात को लाज़िमी(ज़रोरी) क़रार दिए जाने के फैसले के ख़िलाफ़ बतौर एहतजाज ये हड़ताल कर रहे हैं। हड़ताल के नतीजा में गांधी और उस्मानिया दवा ख़ानों में और तमाम रियासत में तदरीसी दवा ख़ानों में भी खीदमात पूरी तरह मुतास्सिर रहीं। एहितजाजी जोनएर डॉक्टर्स के साथ हुकूमत की कल बात चीत मुनाक़िद हुई थी ताहम ये गैर मुख़्ततम रही और इस में कोई नतीजा बरामद नहीं हुआ।
इस दौरान हुकूमत ने ये तीक़न दिया है के जोनएर डॉक्टर्स के तमाम मसाइल को अंदरून एक माह हल कर दीया जाएगा । हुकूमत ने जोनएर डॉक्टर्स से अपील की है के वो अपनी हड़ताल फ़ौरी तौर पर ख़तम करदें। हुकूमत ने ख़बरदार कीया है के अगर जोनएर डॉक्टर्स फ़ौरी तौर पर अपनी हड़ताल से दसतबरदारी इख़तियार नहीं करते हैं तो उन के खीलाफ़ लाज़िमी खीदमात की बरक़रारी के क़ानून ( अस्मा ) का नफ़ाज़ अमल में लाया जाएगा। जोनएर डॉक्टर्स ने हुकूमत के इस इंतिबाह के बावजूद अपनी हड़ताल जारी रखी हुई है और फ़ौरी तौर पर इस हड़ताल के ख़तम होने के कोई आसार भी दीखाई नहीं देते । डॉक्टर्स की हड़ताल के नतीजा में मरीज़ों को मुश्किलात का सामना करना पड़ रहा है । सरकारी दवा ख़ानों में ईलाज मुआलिजा की सरगर्मियां मुतास्सिर हुई हैं।