जो इंतिख़ाब में पैसे बहा रहे, बाद में आवाम से वसूलेंगे : नीतीश

वजीरे आला नीतीश कुमार मंगल को गया के वजीरगंज, रोहतास के विक्रमगंज और औरंगाबाद के मदनपुर में इंतिखाबी इजलास कीं। गया में उन्होंने कहा कि मुझे बिहार की 10 करोड़ आवाम की फिक्र है। आने वाले पीढ़ी का मुस्तकबिल संवारने की कोशिश कर रहा हूं। हम औरों की तरह अपने बेटा-बेटी के लिए नहीं, बल्कि 10 करोड़ बिहार के बाशिंदों के लिए धूप में बोल रहे हैं। अरसे बाद बिहार में तरक़्क़ी की गाड़ी पटरी पर चलनी शुरू हुई है। इसे बेपटरी नहीं होने दें। बाहरी लोगों के बहकावे में नहीं आएं। बताशा के लिए मंदिर नहीं तोड़ें। उन्होंने कहा, जो इंतिख़ाब में पैसे बहा रहे, बाद में आवाम से वसूलेंगे। कहा कि अब गांवों का तरक़्क़ी हो रहा है। बिहार सबसे तेजी से तरक़्क़ी कर रहा है। इसके बावजूद हम क़ौमी औसत से कम हैं। इसीलिए हमने खुसुसि रियासत का दर्जा देने की लड़ाई शुरू की है।

आबपाशी मंसूबे पर वज़ीर की सफाई, सवा तीन सौ करोड़ करेंगे खर्च

वजीरे आला की वजीरगंज में मंगल को हुई इंतिखाबी सभा में कई मुक़र्ररीन ने तिलैया ढाढर आबपाशी मंसूबे का सवाल उठाया। इस पर आबपाशी वज़ीर कहा कि वजीरे आला की पहल पर सवा तीन सौ करोड़ की नई मंसूबा तैयार की गई है, जिसका नाम सिर्फ ढाढर आबपाशी मंसूबा होगा। एक से दो सालों में यह मंसूबा चालू हो जाएगी।

सभा नीतीश की, लेकिन नरेंद्र मोदी जिंदाबाद

वजीरगंज में वजीरे आला की इजलास के दौरान ही बीच-बीच में दो-तीन बार नरेंद्र मोदी जिंदाबाद के नारे लगे। जहां से नारेबाजी शुरू हुई, वहां तुरंत पुलिस और इंतेजामिया के अफसर पहुंच गए। वजीरे आला वापसी के दौरान जैसे ही हेलीकॉप्टर के पास पहुंचे कि दो-तीन मुकाम से नरेंद्र मोदी जिंदाबाद के नारे लगने लगे। लोगों ने समझाकर नौजवानों को रोका।