जो भी महाराष्ट्र जीतने आए दफन हो गए: शिवसेना

शिवसेना इन दिनों अपनी 25 साल पुरानी दोस्त भाजपा को लेकर तल्ख होती जा रही है। बीजेपी पर बिला वास्ता तौर पर निशाना लगाते हुए शिवसेना ने कहा है कि यह उसके लीडर बाल ठाकरे थे जो हिंदुत्व के लिए खडे हुए जबकि दूसरों ने इसका सियासी फायदे के लिए इस्तेमाल किया।

आपको बता दें कि, विधानसभा इंतेखाबात में सीट की तक्सीम के मुद्दे को लेकर इस हफ्ते 25 साल पुराना शिवसेना-बीजेपी इत्तेहाद टूट गया।

इसी कड़वाहट में शिवसेना ने आगाह करते हुए कहा है कि महाराष्ट्र को जीतने की खाहिश को लेकर जो भी आए, वे रियासत की जमीन में ही दफन हो गए। पार्टी ने बीजेपी को केंद्र की सत्ता में लाने का सेहरा बाल ठाकरे की कोशिशों को दिया । शिवसेना के अखबार सामना के इदारिया में कहा गया है, लडाई इज़्ज़त ए नफ्स की है। चाहे औरंगजेब हो या अफजल खान,जो भी खुदगर्जी के साथ आए, वह या तो दफन हो गया या तबाह हो गया।

इदारिया में कहा गया है, शिवाजी महाराज के बाद, बाल ठाकरे ही थे जिन्होंने तारीख बनाया।

शिवाजी ने Great Maratha Rule बनाया, लेकिन ये शिवसेना के चीफ थे जिनका मुल्क में हिंदुत्व परचम फहराने की वाबस्तगी थी। पार्टी ने मुंह में राम बगल में छुरी रूख वाले लीडरों पर हैरानी जाहिर की है। इदारिया में कहा गया है कि महाराष्ट्र और मुल्क में हिंदुत्व का तशहीर यकीन दहानी करने के लिए मरहूम ठाकरे को कई हमलों का सामना करना पडा।

जैसा औरंगजेब के मामले में हुआ, वैसे ही नए औरंगजेब भी शिकस्त हो जाएंगे। इसका नतीज़ा दिल्ली और महाराष्ट्र में आज दिखा है। बीजेपी की कियादत पर हमला करते हुए अखबार में कहा गया है,औरंगजेब ने मराठा हुकूमत को उखाड फेंकने की कोशिश की,लेकिन कामयाब नहीं हो पाया।

फतह के लिए आए औरंगजेब को धूल चाटनी पडी। महाराष्ट्र ने हमेशा मुल्क के मुफाद को तवज्जो दी है। पार्टी सियासी फायदे के लिए ढाल के तौर पर हिंदुत्व का इस्तेमाल नहीं करती।