वसीम रिजवी सरकार के नौकर हैं, सोच-समझकर बोला करें : शिया धर्मगुरु कल्बे जव्वाद

फैजाबाद : ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य व शिया धर्मगुरु मौलाना सैय्यद कल्बे जव्वाद नकवी ने शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी द्वारा बाबरी मस्जिद स्थल को मंदिर बनाने के लिए हिंदुओं को सौंपे जाने के सवाल पर कहा कि राम मंदिर-बाबरी विवाद का हल अगर आपसी बातचीत से निकल आता है, तो अच्छी बात है। लेकिन अगर बातचीत से कोई नतीजा नहीं निकलता है तो मुसलमान हर कीमत पर सुप्रीम कोर्ट के ही फैसले को मानेगा।

मौलाना जव्वाद ने कहा कि शिया वक्फ बोर्ड को बाबरी मस्जिद की जगह किसी और को देने का हक नहीं है। वक्फ बोर्ड सरकार के अधीन होता है और वसीम रिजवी सरकार के नौकर हैं, सोच-समझकर बोला करें।

उन्होंने ये भी कहा कि सपा सरकार के दौरान इतने दंगे हुए कि मुसलमान बर्बाद हो गए। उन्होंने कहा कि ‘जो सरकार हमारा समर्थन करेगी, हम उसका समर्थन करेंगे।’ भाजपा सरकार के छह माह के काम को लेकर किए गए सवाल पर उन्होंने कहा कि सपा सरकार के शुरुआती छह महीने में ही प्रदेश में सौ से ज्यादा दंगे हो गए थे। भाजपा सरकार में अभी तक कोई ऐसी बात नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि स्लाटर हाउस चलाने के लिए जो नियम कानून में है, उसे पूरा करना चाहिए।

मौलाना जव्वाद रविवार को शहर के इमामबाड़ा जवाहर अली खां में अंजुमने आबिदया के तत्वावधान में आयोजित बहत्तर ताबूत जुलूस की मजलिस को खिताब करने आए थे।

प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि हर सरकार में कोई न कोई खराबी होती है, लेकिन सपा सरकार में तो मुसलमान बर्बाद हो गए। आज तक मुजफ्फरनगर दंगे से वहां के मुसलमान उबर नहीं पाए हैं। हालांकि दंगे कराने में किस पार्टी का हाथ था, इसका जिक्र उन्होंने नहीं किया।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने मुसलमानों के हक में कोई अच्छा काम नहीं किया, तो नुकसान भी नहीं किया। मौलाना जव्वाद ने अखलाक, पहलू खान हत्याकांड सहित गोरक्षा के नाम पर आए दिन हो रही हत्याओं का जिक्र नहीं किया।