जौहरी मुआहिदे पर इतना क़रीब कभी नहीं रहे: ईरानी वज़ीरे ख़ारजा

ईरान के वज़ीरे ख़ारजा मुहम्मद जव्वाद ज़रीफ़ ने कहा है कि आलमी ताक़तों के साथ जौहरी मुआहिदे पर उन का मुल्क पहले कभी भी इतना क़रीब नहीं रहा है। विडियो शेयरिंग की एक मक़बूल वैब साईट “यूट्यूब” पर नशर होने वाले एक पैग़ाम में उन का कहना था कि उन्हें उम्मीद दिखाई देती है क्योंकि “वो सराब की बजाय वजूहात को जमा होता देख रहे हैं।”

उन के बाक़ौल वो महसूस करते हैं कि उन से मुज़ाकरात करने वाले फ़रीक़ैन इस बात को समझ चुके हैं कि ताक़त और दबाव कभी भी पायदार हल का रास्ता नहीं बल्कि ये तनाज़ा को मज़ीद बढ़ावा देते हैं।

ईरान और छः आलमी ताक़तें (बर्तानिया, फ़्रांस, रूस, चीन अमरीका और जर्मनी) तेहरान के जौहरी प्रोग्राम से मुताल्लिक़ एक हतमी मुआहिदे के लिए बातचीत में मसरूफ़ हैं।