ज्ञान पीठ के पूर्व निदेशक दिनेश मिश्रा का निधन

नई दिल्ली: भारतीय ज्ञान पीठ के पूर्व निदेशक और सांस्कृतिक अधिकारी दिनेश मिश्रा का देर रात निधन हो गया। वह 81 वर्ष के थे।
उनके परिवार‌ में पत्नी के अलावा दो बेटे और दो बेटियां हैं। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार श्री मिश्रा के फेफड़ों में संक्रमण के कारण उन्हें नोएडा के कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उन्होंने कल रात ढाई बजे अंतिम सांस ली। उनके अंतिम संस्कार आज दोपहर दो बजे लोधी गार्डन में भुगतान किया गया।

श्री मिश्रा का जन्म कानपुर में हुआ था और यहीं अपनी पढ़ाई पूरी की थी लेकिन उन्होंने अपना कैरियर अजमेर के गवर्नमेंट कॉलेज में अंग्रेजी विभाग में एक व्याख्याता के रूप में शुरू किया था और बाद में वह विभाग के प्रमुख के रूप में सेवानिवृत्त हुए थे। वह 1984 में दिल्ली आ गए थे।

वह 2000 से 2005 तक भारतीय ज्ञान पीठ के निदेशक रहे। वह ज्ञान पीठ पुरस्कार चयन समिति के सदस्य भी थे। इसके अलावा उन्होंने लेखकों एक संगठन आथरस गिल्ड भी बनाई थी जिसके संरक्षण में वह राजधानी में वर्षों कार्यक्रम आयोजित करते रहे। इसके अलावा वह बच्चों की साहित्यिक संगठन से भी जुड़े थे और काफी सक्रिय थे। हिंदी के सभी लेखकों से उनके काथानरा संबंध था।

इंडियन ज्ञान पीठ के निदेशक लीलाधर मंडलोयय ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। दिल्ली आकाशवाणी के पूर्व केंद्रीय निदेशक और प्रसिद्ध ग़ज़ल गो लक्ष्मी शंकर वाजपेयी ने अफसोस जताते हुए अपने संदेश में कहा कि श्री मिश्रा साहित्यिक संस्कृति विकास के लिए हमेशा तैयार रहते थे और लेखकों को प्रोत्साहित करते थे। उनके निधन से राजधानी की साहित्यिक दुनिया को अपूरणीय क्षति हुई है।