आबादी का मसला सियासत से लेकर इक्तेसादी पालिसी तक कई मिथक पैदा करता है। आम बातचीत में आबादी को लेकर तरह-तरह की बात करते हैं। लेकिन मुल्क की बढ़ रही आबादी पर सियासी पार्टी हमेशा ही चुप्पी साधे रहते है। जहां बढ़ती आबादी मुल्क के लिए बड़ी परेशानी बनती जा रही है तो वहीं विश्व हिन्दू परिषद हिन्दूओं को ज्यादा बच्चे पैदा करने की नसीहत दे रहे है।
दरअसल अलग-अलग वजुहात से मुल्क में मुसलमानों की तादाद बढ़ रही है। ऐसे में आरएसएस ने हर हिंदू परिवार को ज्यादा बच्चे पैदा करने की नसीहत दे रहा है। अंग्रेजी अखबार ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ में छपी खबर के मुताबिक, आरएसएस जनरल सेक्रेटरी दत्तात्रेय होसाबले का कहना है कि मुल्क में अलग-अलग वजुहात से आबादी अदम तवाजुन बढ़ी है और इस पर काबू पाने के लिए हर हिंदू परिवार को कम से कम तीन बच्चे पैदा करने चाहिए।
दत्तात्रेय होसाबले ने कहा कि हिन्दू परिवारों को सोसायटी में Demographic balance बिगडऩे से रोकने के लिए 3 बच्चों पर ध्यान फोकस करना चाहिए। उनकी दलील है कि Demographic balance मज़हब की तब्दीली , पैदाइश की शरह में गिरावट और बांग्लादेशी घुसपैठ की वजह से बुरी तरह मुतास्सिर हो रही है, ऐसे में मुल्क में अक्लियतों के मुकाबले हिन्दू परिवारों में पैदाइश की शरह लगातार घट रही है।
ऐसे में इस बिगड़े हुए बैलेंस को बचाने के लिए उन्हें कम से कम 3 बच्चे पैदा करने चाहिए।Family planning Programme पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि ये किसी एक फिर्के पर लागू नहीं होता। आसएसएस तर्जुमान के मुताबिक हिन्दू खानदान में 0-6 साल के बच्चों का ग्रोथ रेट 15 फीसद है जबकि मुस्लिमों में 18 फीसद है।
ऐसे में एलीट हिन्दुओं को Family planning पर दुबारा से सोचना चाहिए।
बशुक्रिया: वन इंडिया