जज़्बा-ए-खेल पर सियासत हावी नहीं होसकती: संगाकारा

हैदराबाद 2: अप्रैल : सनराइज़ हैदराबाद के कप्तान कुमारा संगाकारा का ये एहसास है कि श्री लंकाई खिलाड़ियों को इंडियन प्रीमयर लीग के छटवें सीज़न में चेन्नाई में होने वाले मैचों से बाहर रखने से खेल के जज़बात कम नहीं होंगे । सयासी दबाव‌ के तेहत आई पी एल इंतिज़ामिया ने पिछले हफ़्ता तामिलनाडो चीफ़ मिनिस्टर जय ललीता श्री लंका के खिलाड़ियों की मेज़बानी से इनकार के बाद उन्हें चेन्नाई में खेलने से रोक दिया गया था ।

इस हवाले से जब उनसे पूछा गया कि क्या सियासत में श्री लंकाई खिलाड़ियों की चेन्नाई में हिस्सादारी को मुतास्सिर किया है तो उन्होंने यहां एक प्रोग्राम के दौरान सहाफियों के सवालात का जवाब देते हुए कहा कि इस मुआमले में सियासत में हमारी मौजूदगी पर रोक लगादी और हिंदूस्तान के हर हिस्सा में खेलने के हमारे एतिमाद को ठेस पहुंचाया है ।

संगाकारा ने मज़ीद कहा कि खिलाड़ियों केलिए ये मुआमले मुश्किल रहा है लेकिन हम यहां आई पी एल में खेलने केलिए आए हैं । श्री लंका क्रिकेट बोर्ड ने ये वाज़ह कर दिया है कि कोई भी श्री लंका के खिलाड़ी चेन्नाई में नहीं खेलेगा । संगाकारा ने मज़ीद कहा कि हिंदूस्तान, चेन्नाई और तामिलनाडो से ज़्यादा अहम है ।

मुझे लगता है कि इसके अलावा हिंदूस्तान के बहुतसा हिस्सा हमारा खैरमक़दम कररहे हैं । उन्होंने कहा कि हम यहां क्रिकेट खेलने केलिए आए हैं और श्री लंका की नुमाइंदगी कररहे हैं । हम अपनी फ़रनचाइज़ की जानिब से यहां हैं । साबिक़ कप्तान अर्जुन रानातुंगा के श्री लंकाई खिलाड़ियों के इस मसले को लेकर टूर्नामेंट से हटने की अपील के सवाल पर संगाकारा ने कहा कि हमारे मुल्क में भी इस मौज़ू पर लोगों के मुख़्तलिफ़ ख़्यालात है लेकिन ये मुल्क बनाम मुल्क का मुआमला नहीं है ।

उन्होंने कहा कि ये सिर्फ़ रियासत से मुताल्लिक़ है और मुझे नहीं लगता कि ये पूरी रियासत का मुआमला है । इसी लिए हमें सही सिम्त में देखना होगा ।