झारखंड का पलामू बारूद के ढेर पर, 95 लैंड माइंस बरामद

पलामू : पलामू डिवीजन बारूद के ढेर पर है। सेक्युरिटी फोर्स ने इतवार को लातेहार जिले के हेरहंज में सीरीज में लगाई गईं 95 लैंडमाइंस बरामद कीं। उधर, पलामू के पांकी में लैंडमाइंस मिलने का सिलसिला दूसरे दिन भी जारी रहा। सेक्युरिटी फोर्स ने बीरबीर से 250 बमों को सड़क खोदकर निकाला। इससे पहले सनीचर को भी पांकी में करीब 60 लैंडमाइंस मिली थीं।

हेरहंज में तमाम लैंडमाइंस पलामू-पांकी सड़क वाकेय इचाक गांव से हेसातू जाने के लिए बनी सड़क पर लगाई गई थीं। हेरहंज-पांकी सड़क पर थाना हेडक्वार्टर से महज़ छह किलोमीटर की दूरी पर आधा किलोमीटर के अंदर माइंस को जोड़ा गया था। उधर, पांकी में दूसरे दिन करीब 250 लैंड माइंस बरामद की गई हैं। इस तरह दो दिनों के अंदर सिर्फ पलामू में 300 से ज्यादा लैंड माइंस बरामद की गई हैं। चतरा के एसपी अनूप बिरथरे ने कहा है कि जब तक एरिया महफूज़ नहीं हो जाता ऑपरेशन जारी रहेगा।

पुलिस ने पांकी के ताल इलाके में सर्च मुहिम के दौरान इतवार को बीरबीर से 250 लैंड माइंस जब्त किए। तमाम लैंडमाइंस ताल से बीरबीर-मतुली रोड पर सीरीज में लगे हुए थे। बम डिस्पोजल स्क्वॉड ने सभी को धमाका कर डिस्पोजल कर दिया। इसी रोड पर पुलिस ने सनीचर को 52 लैंडमाइंस जब्त किया था। दो दिन में पुलिस ने ताल इलाके से 300 से ज़्यादा लैंडमाइंस जब्त किया है।

डीआईजी साकेत कुमार सिंह ने बताया कि नक्सलियों ने पुलिस को नुकसान पंहुचाने के लिए बड़ी तादाद में लैंडमाइंस लगा रखी थी, लेकिन वक़्त रहते साजिश को नाकाम कर दी गई। पलामू में पहली बार एक ही जगह से 250 लैंड माइंस जब्त किए गए हैं।

लैंड माइंस जब्त होने के बाद पूरे ताल इलाके को पुलिस ने छावनी में तब्दील कर दिया गया था। पूरे इलाक़े में सीआरपीएफ, एसटीएफ, जिला फोर्स, आइआरबी, जैप के जवानों की तैनाती की गई थी। बम को डिस्पोजल करने के लिए सीआरपीएफ और झारखंड पुलिस की टीम लगाई गई थी।