झारखंड की बिजली यूपी-असम को

झारखंड की अवाम बिजली के लिए तरस रही है। बिजली की किल्लत से रियासत के लोग परेशान हैं। लेकिन डीवीसी झारखंड में बिजली पैदा कर दूसरे रियासत को बेचने की तैयारी कर रही है। नए करार के तहत डीवीसी उत्तरप्रदेश, आसाम और सेंट्रल रेलवे को बिजली देगा।

डीवीसी मैथन सीएलडी चीफ़ एंजिनियर ब्रह्मानंद पान के मुताबिक डीवीसी अबतक पांच रियासतों को ही बिजली देता था। मगरीबी बंगाल, झारखंड, पंजाब, हरियाणा और मध्यप्रदेश वगैरह रियासत में ही डीवीसी की बिजली जाती थी। अब नए करार के तहत उत्तरप्रदेश, आसाम और सेंट्रल रेलवे को भी डीवीसी बिजली देगा। उत्तरप्रदेश को 400 मेगावाट, आसाम को 75 और सेंट्रल रेलवे को 50 मेगावाट बिजली देने का करार हुआ है। इन रियासतों को बिजली सप्लाय चालू कर दी गई है। इन जगहों पर और भी बिजली देने पर बात चल रही है।

कर्नाटक को दिसंबर से बिजली

डीवीसी का कहना है कि कर्नाटक और केरल रियासत को भी बिजली देने पर मंजूरी बन गई है। कर्नाटक को 450 मेगावाट और केरला को 250 मेगावाट बिजली दी जाएगी। पावर ग्रिड कंपनी के जरिये से कर्नाटक को दिसंबर, 2015 से 250 मेगावाट बिजली दी जाएगी। बाकी 150 मेगावाट बिजली मार्च, 2016 से दी जाएगी। ग्रिड का एनओसी मिलते ही केरल को भी बिजली सप्लाई चालू कर दी जाएगी।

झारखंड को अप्रैल से 393 मेगावाट इजाफ़ी बिजली

डीवीसी चीफ़ एंजिनियर का कहना है कि झारखंड को डिमांड के मुताबिक पूरी बिजली दी जा रही है। पहले झारखंड के साथ डीवीसी का कंट्रेक्ट डिमांड 479 मेगावाट की थी। अप्रैल, 2015 से झारखंड का कंट्रेक्ट डिमांड बढ़कर 870 मेगावाट हो गया है। गुजिशता महीने से झारखंड को 393 मेगावाट इजाफ़ी बिजली दी जा रही है।

डीवीसी बिजली बेचने के लिए बैठा है

डीवीसी इंतेजामिया का कहना है कि डीवीसी बेचने के लिए बिजली पैदा कर रहा है। जो भी रियासत व अदारा डिमांड करेगा डीवीसी बिजली देगा। हाल के दिनों में डीवीसी का पैदावार में काफी सुधार हुआ है। डीवीसी का कुल बिजली पैदा चार हजार मेगावाट से ज़्यादा हो रहा है।

कितने जगहों पर जाती है डीवीसी की बिजली
पश्चिम बंगाल, झारखंड, मध्यप्रदेश, पंजाब, हरियाणा,सेल, कोल इंडिया, इंडियन रेलवे, टाटा स्टील, जिंदल, दिल्ली डिस्कॉमस।