जमशेदपुर : आदिवासी तंजीम ने मरदम शुमारी कमिश्नर की तरफ से शाया मजहब की बुनियाद पर मरदम शुमारी अदादो शुमार को गलत और बिना सुबूत बताया और दावा किया कि रिपोर्ट में 20 करोड आदिवासियों को छोड़ दिया गया।
ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन और झारखंड पीपुल्स पार्टी के सदर सूर्य सिंह बेसरा ने कहा कि सरना धर्म संहिता का अलग से कोई ज़िक्र नहीं है और 20,13,78000 आदिवासियों के लिए कोई पार्ट नहीं है जो कुदरत की पूजा करते हैं। हाल में शाया हुयी मरदम शुमारी अदाद व शुमार पर तीखी रद्दो अमल ज़ाहिर करते हुए बेसरा ने कहा कि यह मुल्क के आदिवासियों को खत्म करने की सियासी साजिश है।