झारखंड के बुनकर भी अब जदीद और डिजाइनर कपड़े तैयार कर सकेंगे। उन्हें तरबियत करने के मुतल्लिक़ मंसूबा को मरकज़ की मंजूरी मिल गयी है। तरबियत की जिम्मेवारी झारक्राफ्ट ने ली है। मरकज़ी आइटी वज़ीर के सेक्रेटरी आरएस शर्मा ने इसके लिए खास तौर पर पहल की है।
झारक्राफ्ट के डाइरेक्टर धीरेंद्र कुमार ने बताया कि सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग (सी-डैक) बुनकरों को डिजाइनिंग की तरबियत देगी। बुनकर पहले कंप्यूटर में डिजाइन तैयार करेंगे फिर कपड़े तैयार करेंगे।
कपड़ों की मार्केटिंग झारक्राफ्ट करेगा
बताया गया कि बुनकरों की तरफ से तैयार किये गये डिजाइनर कपड़ों की मार्केटिंग झारक्राफ्ट करेगा। झारक्राफ्ट में इस वक़्त तकरीबन 50 हजार बुनकर जुड़े हुए हैं। जिन्हें मुस्तकबिल में तरबियत किया जाना है.