झारखंड के वज़ीर के ख़िलाफ़ करप्शन के इल्ज़ामात

रांची: चीफ मिनिस्टर झारखंड रघोबर दास ने आज रियासती असेम्बली में तैक़ून दिया है कि हाउज़िंग बोर्ड के तहत मुख़तस आराज़ीयात के तनाज़े का जायज़ा लेंगे जब कि झारखंड मुक्ती मोरचा आज दूसरे दिन भी वज़ीर शहरी तरक़ियात सी पी सिंह के ख़िलाफ़ कार्रवाई का मुतालिबा करते हुए एहतेजाज किया।

अपोज़िशन लीडर हेमंत सोरेन की जानिब से रियासती वज़ीर के ख़िलाफ़ कार्रवाई के मुतालिबे पर चीफ मिनिस्टर ने बताया कि बहुत जल्द हाउज़िंग बोर्ड का इजलास तलब कर के तनाज़े की यकसूई करेंगे। उन्होंने बगैर सबूत के इल्ज़ामात और जवाबी इल्ज़ामात से बाज़ आ जाने की तमाम अरकान से अपील करते हुए कहा कि हुकूमत करप्शन के मसले पर कोई समझौता नहीं करेगी।

हेमंत सोरेन ने कहा कि ऐवान में रियासती वज़ीर सी पी सिंह के बयान को क़बूल नहीं किया जाएगा क्यों कि हाउज़िंग बोर्ड की जानिब से आराज़ीयात के अलाटमेंट के तनाज़े में रियासती वज़ीर ख़ुद मुलव्विस हैं। रियासती वज़ीर और अपोज़ीशन लीडर के दरमियान एकदूसरे के ख़िलाफ़ करप्शन के इल्ज़ामात से ऐवान असेम्बली में हंगामा-आराई के मुनाज़िर देखे गए थे जब कि सी पी सिंह ने इल्ज़ाम आइद किया कि सोरेन ने ना सिर्फ क़बाईलों की अराज़ी खरीदी है बल्कि उनकी निसबती हमशीरा और जे एम एम रुकन असेम्बली सीता सोरेन ने राज्य सभा इंतेख़ाबात में एक उम्मीदवार से भारी रक़म हासिल की है।

रियासती वज़ीर ये इल्ज़ामात उस वक़्त आइद किए जब जेएम एम के पर्चा नामज़दगी के इदख़ाल के वक़्त इलेक्शन कमीशन को गुमराह करने और हिरमू हाउज़िंग बोर्ड अलाटमेंट में बे क़ाईदगियों के इर्तिकाब पर उनसे इस्तीफे का मुतालिबा किया। ताहम सी पी सिंह ने दोनों इल्ज़ामात की तरदीद की और बताया कि उन्होंने 3000 मुरब्बा गज़ क़ता अराज़ी बिलकुल्लिया शफ़्फ़ाफ़ अंदाज़ में एक शख़्स से खरीदा है और जायदाद की तमाम दस्तावेज़ात इलेक्शन कमीशन में दाख़िल कर दी गई है।