हजारीबाग की एक अदालत ने झारखंड के साबिक़ वज़ीर और कांग्रेस एमएलए योगेंद्र साव को एक दिन के लिए अदालती हिरासत में भेज दिया और उनसे कल अदालत में मौजूद को कहा। साव पर कोयला इलाक़े में जबरन वसूली के लिए एक अकसरियत तंजीम तशकील करने का इल्ज़ाम है।
रांची के अस्पताल में इलाज के लिए भेजे जाने के साव के दरख्वास्त को खारिज करते हुए अदालती मजिस्ट्रेट गरिमा मिश्र ने पुलिस से कहा कि वह हजारीबाग सेंट्रल जेल में साव को डोकटरी सहूलत मुहैया करे। अदालत ने पुलिस को यह भी हिदायत दिया कि वह साव के साथ-साथ ‘झारखंड टाइगर’ के मेंबरों और ‘झारखंड बचाओ तहरीक’ के मुकेश साव और तीन दीगर को कल अदालत में पेश करे।
साबिक़ वज़ीर को आज सीआईडी की टीम रांची के राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज से लेकर आई थी जहां उन्हें दिल्ली की एक अदालत की तरफ से झारखंड सीआईडी को तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड पर देने के बाद भर्ती कराया गया था। उग्रवादी तंजीम तशकील करने के इल्ज़ाम के सिलसिले में हजारीबाग की एक अदालत की तरफ से 14 सितंबर को उनके खिलाफ वारंट जारी किए जाने के बाद इतवार को उन्हें दिल्ली में गिरफ्तार किया गया था।