हजारीबाग: हजारीबाग कोर्ट के अहाते में मंगल के रोज़ सुबह फिल्मी अंदाज में गैंगवार हुआ जिसमें झारखंड का मशहूर डॉन सुशील श्रीवास्तव व उसके दो लोगों की मौत हो गयी. यह गैंगवार उस वक्त हुआ जब सुशील श्रीवास्तव किसी मामले में मजिस्ट्रेट के यहां से गवाही देकर बाहर आ रहा था. उसे जेल से ही अदालत पेशी के लिए लाया गया था.
उसपर उसके हरीफ किशोर पांडे गिरोह के सरगना विकास तिवारी ने एके-47 रायफल से अंधाधुंध फायरिंग की. इस फायरिंग में श्रीवास्तव और उससे मुलाकात करने आये दो लोग गयाज खान व कलाम छलनी हो गये.
गयाज व कलाम की तो ज़ाय वाकिया पर ही मौत हो गयी जबकि सुशील की मौत रांची के रिम्स ले जाते वक्त मौत हो गयी. सीएम ने डीजीपी को इस मामले में फौरन कारवाई करने की हिदायत दिए हैं.
विकास तिवारी पतरातू का रहने वाला है और वह अब किशोर पांडे ग्रुप को आपरेट करता है. गैंगवार के मद्देनजर हजारीबाग और रामगढ़ जिले में हाईअलर्ट ऐलान कर दिया गया है साथ ही पतरातू में एडिश्नल सेक्युरिटी फोर्स तैनात कर दिये गये हैं.
मीडिया से बातचीत करते हुए झारखंड के एडीजी एसएन प्रधान ने कहा कि पुलिस ने ज़ाय वाकिया से एके-47 बरामद कर लिया है. पुलिस इस मामले की जांच में जुट गयी है जल्द ही मुल्ज़िमों की गिरफ्तारी की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस फायरिंग में दो लोगों की मौत हुई है जबकि पेशी के लिए लाये गये मुल्ज़िम सुशील श्रीवास्तव इस वाकिया में ज़ख्मी हो गये हैं.
उन्हें इलाज के लिए रिम्स ले जाया गया है.
आपको बता दें कि इससे पहले भी हजारीबाग कोर्ट अहाते में इस तरह का वाकिया हो चुका है लेकिन पहली बार फायरिंग के लिए एके-47 का इस्तेमाल किया गया है. सुशील श्रीवास्तव का भी पुराना मुजरिमाना रिकार्ड रहा है.
कोर्ट अहाते में मौजूद एक वकील ने बताया कि कोर्ट अहाते में दो मुजरिम पहुंचे. उन्होंने पहले एक बम से धमाका किया जिससे चारों ओर धुंध छा गया. इसके बाद मुजरिमों ने एके-47 से तकरीबन 30 राउंड गोली चलाई जिसमें दो लोगों की मौत ज़ाय वाकिया पर ही हो गयी जबकि पेशी के लिए लाया गया मुल्ज़िम सुशील श्रीवास्तव शदीद तौर से ज़ख्मी हो गया जिसे ईलाज के लिए रिम्स रेफर कर दिया गया.
सुशील श्रीवास्तव के लोगों ने गैंगस्टर भोला पांडेय और किशोर पांडेय का क़त्ल किया थे. इससे पहले पांडेय गिरोह के लोगों ने सुशील श्रीवास्तव की बीवी की रांची में गोली मारकर क़त्ल कर दिया था . सुशील के रांची वाके डोरंडा रिहायशगाह पर भी फायरिंग हुई थी. सुशील श्रीवास्तव कभी भोला पांडेय का शूटर हुआ करता था. भोला का क़त्ल 2010 में किया गया .
इसके बाद उसके भतीजे किशोर पांडेय ने गिरोह की कमान संभाली. उसका क़त्ल भी पिछले साल जमशेदपुर में कर दिया गया था ये दोनों गिरोह रामगढ़ और हजारीबाग में पिछले कई सालों से सरगर्म हैं. ये कोल माफिया हैं, जिनका करोड़ों का कारोबार है. माना जा रहा है कि ताजा वारदात के पीछे किशोर पांडेय के भाई विकास तिवारी का हाथ है. उसे पांडेय गिरोह का नया सरगना माना जा रहा है.