झारखंड को 40 हजार करोड़ की सड़क

रांची : झारखंड को 40 हजार करोड़ की सड़क प्रोजेक्ट मिलेंगी। मरकज़ी मुतालिक वुजरा ने झारखंड सरकार से इसका परपोजल मांगा है। वजीरे आला रघुवर दास के दो दिन पहले के दिल्ली दौरे पर यह तय हुआ है। मरकज़ी वज़ीर नितिन गडकरी ने यह परपोजल 15 दिनों के अंदर भेजने के लिए कहा है, ताकि इसे मरकज़ी हुकूमत की सालाना मंसूबा में शामिल किया जा सके।

मरकज़ी हुकूमत की मांग पर झारखंड सरकार रेस हो गई है। सड़क तामीर महकमा ने मुतल्लिक़ अफसरों को 40 हजार करोड़ की मुमकिना सड़क तामीर प्रोजेक्ट की फेहरिस्त जल्द तैयार करने के लिए कहा है। इसे लेकर सड़क तामीर सेक्रेटरी राजबाला वर्मा 10 दिन के अंदर दिल्ली जाएंगी। मुतल्लिक़ वुजरा सेक्रेटरी के साथ झारखंड के सड़क तामीर सेक्रेटरी की बैठक में इन प्रोजेक्ट पर मुहर लगेगी। इनमें से कुछ राजमार्ग प्रोजेक्ट एनएचएआई जैसी मरकज़ी एजेंसियों को सौंपी जाएंगी। बाकी प्रोजेक्ट को झारखंड की स्टेट हाईवे अथॉरिटी और दूसरी एजेंसियां चलेगी । माली साल 2016-17 में ही इनमें से ज़्यादातर प्रोजेक्ट को जमीन पर उतार देने की तैयारी है।

इन अहम सकड़ों का दिया जाएगा प्रोपोजल

रांची-जमशेदपुर-धनबाद एक्सप्रेसवे : यह सिक्स लेन सड़क रांची, जमशेदपुर और धनबाद को जोड़ेगी। यह एक नई सड़क होगी। इस पर सात हजार करोड़ की रकम खर्च होने की उम्मीद है।
रांची से जुड़ेगा विशाखापत्तनम : झारखंड सरकार 40 हजार करोड़ की सड़क प्रोजेक्ट में रांची-विशाखापत्तनम रोड को भी जोड़ने जा रही है। यह एनएच-23 के फोरलेन के जरिये से गुमला होते हुए ओड़िशा बॉर्डर पार कर आंध्र प्रदेश के मुखतलिफ़ शहरों से होते हुए विशाखापत्तनम तक जाएगी। इससे झारखंड सीधे विशाखापत्तनम बंदरगाह से जुड़ जाएगा।

रांची से सोनभद्र तक फोर लेन : रांची से सोनभद्र तक भी फोरलेन होगा। यह एनएच-75 के जरिये से डालटनगंज और गढ़वा होते हुए यूपी बॉर्डर को पार करेगा।
3000 किलोमीटर सड़कों का ग्रिड : झारखंड सरकार मरकज़ को रियासत में 3000 किलोमीटर सड़कों का ग्रिड बनाने का परपोजल देने पर भी गौर कर रही है। इसके तहत दो मुकामात के दरमियान की सबसे छोटी दूरी की टूलेन सड़कें निकाली जाएंगी।