झारखंड-जांच अधिकारी ने माना मिन्हाज अंसारी की मौत में पुलिस वाले शामिल

झारखंड। जामताड़ा – गाय के नाम एक पर हत्याओं के फेहरिस्त बढ़ती जा रही है। इस बार इसका शिकार 22 साल का एक मुस्लिम युवक हुआ। आरोप है मिन्हाज अंसारी पुलिस कस्टडी में इतनी पिटाई की गई उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मिनाज सोशल मीडिया में गाय और बीफ पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। मिन्हाज के परिवार वालों का कहना है 3 अक्तुबर की नारायणपुर के थाना प्रभारी पुलिस फोर्स के साथ उसके घर आये। और उसका मोबाइल चेक करने लगे। व्हाटस् अप पर एक फोटो को देखकर उससे पूछताछ की जिसपर मिनाज ने सफाई देते हुए कहा कि उसे इस तस्वीर के बारे में कुछ नहीं पता था। लेकिन थाना प्रभारी ने उसकी एक नहीं सुनी और उसे जिसके बाद थाना प्रभारी ने उसे हिरासत में लेकर मारपीट की।

पुलिस के खिलाफ शिकायत के मुताबिक, मिनाज कोलकत्ता में एक फैक्ट्री में काम करता था। छुट्टियों में घर आया हुआ था, अचानक नारायणपुर थाना प्रभारी पुलिस फोर्स के साथ उसके घर आ धमके। और मिनाज को बुलाकर उसकी मोबाइल चेक करने लगे। मिनाज के व्हाटस्अप पर तस्वीर दिखाकर उससे पूछताछ किया उसने सफाई देते हुए उस तस्वीर से इंकार कर दिया। जिसके बाद थाना प्रभारी उसे हिरासत में ले गये। जहां थाना प्रभारी ने जमकर लात घुंसो से पिटाई की। जबरदस्त पिटाई के बाद मिनाज की हालत खराब हो गई। धनबाद के डॉक्टरो के जांच के मुताबिक अंदुरुनी चोटों की वजह से वह कोमा में चला गया। 7 अक्टूबर को मिनाज को RIMS लाया गया। जहां दो दिन बाद उसकी मौत हो गई।

मिन्हाज अंसारी के गाँव मे धरना  देते  लोग
मिन्हाज अंसारी के गाँव मे धरना देते लोग

पुलिस अधिकारियों ने यह माना कि जांच कर रहे अधिकारियों ने कुछ ‘गड़बड़’ की थी। इसके लिए नारायणपुर पुलिस स्टेशन के ऑफिसर इन चार्ज, सब इंस्पेक्टर हरीश पाठक को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके अलावा उसपर मर्डर की धारा लगाकर FIR भी दर्ज की गई है। मिनाज के परिवार ने हरीश पाठक के खिलाफ लिखित में शिकायत भी दी है। इसके अलावा मिनाज की मां के साथ थाने में बदतमीजी का आरोप भी हरीश के ऊपर है

घटना के बाद पीड़ित के परिवार से मिलने गये समाजिक कार्यकर्ता जियाउल्लाह ने सियासत से बातचीत के दौरान कहा पुलिस की जुल्म इंतहा तब हो गई जब थाने में मिनाज की मां उससे मिलने गई। जहां थाना इंचार्ज ने मिनाज की मां को भी पीटा। जियाउल्लाह का कहना है इस मामले राजनीति हावी हो चुकी है। थाने इंचार्ज को बचाने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी बदलने की संभावना है। परिवार के एक सद्स्य मोहम्मद इलियास ने बताया कि परिवार वालों को मिनाज से मिलने नहीं दिया जा रहा था। नारायणपुर के थाना इंचार्ज ने परिवार वालों को लगातार धमका रहे थे। परिवार वालों को मिनहाज को देखने मौका तब मिला जब उसकी हालत गंभीर हो गई।
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7 अक्तुबर को रांची के अस्पताल में मिनाज की मां उसे देख पाई। फिलहाल नारायणपुर पुलिस स्टेशन के ऑफिसर इन चार्ज, सब इंस्पेक्टर हरीश पाठक को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके अलावा उसपर मर्डर की धारा लगाकर FIR भी दर्ज की गई है। मिनाज के परिवार ने हरीश पाठक के खिलाफ लिखित में शिकायत भी दी है। इसके अलावा मिनाज की मां के साथ थाने में बदतमीजी का आरोप भी हरीश के ऊपर है।
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2 अक्टूबर को बीफ को लेकर एक मैसेज व्हाट्सअप के जरिए झारखंड के दिगहारी गांव में फैलना शुरू हुआ। शिकायत के बाद कुछ लोगों को पकड़ा गया। बाकी लोगों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया और मिनाज को हिरासत में ले लिया गया। सावधानी बरतते हुए इलाके में पुलिस की तैनाती भी कर दी गई है। इसके अलावा मिनाज के परिवार को 2 लाख रुपए देने की बात भी कही गई है।