झारखंड : डाककर्मी के घर से 45 लाख जब्त

दुमका : दुमका पुलिस ने कालाधन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए रविवार को 93 लाख रुपये जब्त किये है. दुमका प्रधान डाकघर के डिवीजनल सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर विनय कुमार सिंह के एलआइसी कॉलोनी स्थित आवास से पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 45 लाख रुपये बरामद किये

पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र प्रसाद वर्णवाल के नेतृत्व में पुलिस ने जब उनके घर में छापेमारी की तो अलमीरा में 100-50 के बंडल पाये गये. एसपी ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि तीन दिन पहले प्रधान डाकघर में विनय कुमार सिंह ने एक करोड़ रुपये के बड़े (500 व 1000 के) नोटों की बदली की थी और उसके बदले 100-50 के नोट करवाये थे. उसके बाद जब संबंधित विभाग को इसकी जानकारी हुई, तो उन्हें वहां से हटा दिया गया था. एसपी ने बताया कि इस सूचना पर ही रविवार को छापेमारी की गयी और पैसे बरामद किये गये.

एसपी ने बताया कि ये एक करोड़ रुपये दुमका के बड़े कारोबारी शिबू पटवारी के बताये गये थे. लिहाजा श्री पटवारी के आवास पर भी छापेमारी की गयी. श्री पटवारी के गिलानपाड़ा स्थित आवास से लगभग 16.50 लाख रुपये तथा उसी भवन में रहनेवाले उनके भाई सुनील पटवारी के घर से 31.50 लाख रुपये बरामद किये गये. पटवारी बंधु के यहां से जब्त 48 लाख रुपये भी पुलिस अपने साथ लेती गयी. पटवारी बंधु के यहां से मिले सभी नोट 500 व 1000 के थे.

डाककर्मी विनय फरार: डिवीजनल सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर विनय कुमार सिंह फरार है. उनके घर से पुलिस नोटों को जब्त करने के साथ-साथ उनके बैंक खाते व एटीएम को भी उठा ले आयी थी. ये खाते विनय कुमार सिंह के अलावा रेणु देवी के नाम से भी थे. एसपी शैलेंद्र प्रसाद वर्णवाल ने कहा कि पुलिस मुख्यालय एवं राज्य सरकार द्वारा अवैध कारोबारियों एवं कालाधन पर नजर रखने के निर्देश दिये गये थे. इस आलोक में ही यह कार्रवाई की गयी है. शिबू पटवारी ने दी सफाई : दुमका के बड़े व्यवसायी शिबू पटवारी ने कहा कि उनके परिवार के सदस्यों के तीन पेट्रोल पंप क्रमश: महारो, नोनीहाट व पिनरगड़िया में है. ये फर्म राजकुमार पटवारी, अनिल पटवारी व मीनु पटवारी के नाम से है.