झारखंड में खुलने लगी असातिज़ा तकर्रुरी की पोल

रांची : मशरिकी सिंहभूम जिले में असातिज़ा तकर्रुरी अमल पूरी होने के फौरन बाद इसमें धांधली उजागर होने लगी है। वैसे, जिला इंतेजामिया ने दावा किया था कि असातिज़ा तकर्रुरी में पूरी ट्रांसप्रेन्सी बरती गई है और इसमें कहीं भी गलती की कोई गुंजाइश नहीं है। इसके बावजदू पटमदा के एक नौजवान पर टेट के सर्टिफिकेट में जालसाजी कर मुलाज़िमत लेने का इल्ज़ाम लगा है।

नौजवान का नाम तरुण कुमार घटवारी है। इसने टेट का जो सर्टिफिकेट तालीम महकमा के पास जमा किया है, उसमें कुल 150 मार्क्स में उसे 96 मार्क्स मिले हैं। जबकि उसके नाम से एक दीगर सर्टिफिकेट भी है, जिसमें कुल 150 में उसे 86 मार्क्स मिले हैं। सवाल यह उठ रहा है कि कौन सा सर्टिफिकेट सही है?

तरुण पटमदा के सुंदरपुर स्कूल में पारा असातिज़ा के तौर में मुलाज़िमत कर रहा था। उसने ग्रेजुएशन तरबियत असातिज़ा यानी क्लास 6 से 8 के लिए बीसी कैटेगरी में दरख्वास्त किया था। पहली से पांचवी काउंसलिंग में उसका नाम मेरिट लिस्ट में नहीं आया। इल्ज़ाम है कि तकर्रुरी हासिल करने के लिए लिए उसने टेट के 86 मार्क्स वाले सर्टिफिकेट को 96 मार्क्स से बदल दिया। मार्क्स बढ़ते ही वह गैर रिज़र्वेशन जमरे में आ गया। इसके बाद छठी मेरिट लिस्ट में उसका नाम आया और काउंसलिंग के बाद उसे सेलेक्ट कर लिया गया। महकमा की तरफ से 30 दिसंबर की शाम तकर्रुरी लेटर भी दे दिया गया।

महकमा का कहना है कि उस उम्मीदवार ने टेट सर्टिफिकेट के साथ उसके सही होने का हलफबरदारी खत भी दिया है। अब महकमा की तरफ से तमाम नए तकर्रुरी असातिज़ा के सर्टिफिकेट की जांच करायी जाएगी। इसमें किसी भी किसी तरह की गलती मिलने पर उम्मीदवार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मुजरिम को जेल भेजने का भी तजवीज है।