झारखंड में गरीबों की आवाज नहीं सुनी जाती है : वृंदा करात

रांची 30 मई : बुध को रांची में माकपा ने डीसी ऑफिस के सामने अवामी मसायल को लेकर अवामी सत्याग्रह किया। इसमें माकपा पोलित ब्यूरो रुकन वृंदा करात भी शामिल हुईं।

माकपा पोलित ब्यूरो रुकन वृंदा करात ने कही कि झारखंड में गरीबों की आवाज नहीं सुनी जाती है। यहां की सियासती में गरीबों के लिए कोई जगह नहीं है। यहां भाजपा और कांग्रेस लूट मचा रही है। यूपीए इत्तेहाद लूट की साजिश कर रही है। आदिवासी, दलित और गरीब खानदान गजाई किल्लत और फाकाकशी के शिकार हैं।

वहीं दिल्ली के गोदामों में छह करोड़ टन अनाज सड़ रहे हैं। किसान कर्ज से लद रहे हैं, जबकि बड़े सर्मयादारों का कर्ज माफ किया जा रहा है। इस तरह 575 हजार करोड़ कर्ज माफ किया गया है। वह बुध को डीसी दफ्तर के सामने मुनाक्किद अवामी सत्याग्रह में बोल रही थीं। इसके साबिक़ माकपा के कारकुन जयपाल सिंह स्टेडियम में जमा हुए। वहां से डीसी ऑफिस तक मार्च निकाला, फिर डीसी ऑफिस के पास सभा की।

मौके पर सेक्रेटरी गोपीकांत बक्सी ने कहा कि यहां लोगों को खाने की हिफाज़त नहीं मिल रही है। हर खानदान को दो रुपये फी किलो के हिसाब से 35 किलो अनाज देने की मांग मुसलसल की जा रही है, फिर भी हुकूमत चुप्पी साधे हुए है। राजेंद्र सिंह मुंडा ने कहा कि हुकूमत यह यकीनी करे कि तमाम गरीबों को अनाज मिले। मौके पर सुफल महतो, प्रफुल्ल लिंडा, अनित राय, आरपी सिंह वगैरह भी मौजूद थे।