हजारीबाग : अल्पसंख्यक, दलित, कमजोर और गरीब सभी को सताया जा रहा है. राज्य में माहौल बिगड़ा हुआ है. सरकार इसे रोकने में नाकाम है. यह बातें बगोदर भाकपा माले के पूर्व विधायक विनोद सिंह ने कही. हजारीबाग में सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि राज्य में जानवरों के नाम पर इंसानों का खून बहाया जा रहा है. बालूमाथ में दो बेगुनाह की हत्या करने की घटना से लेकर तोंपचाची गोली कांड की घटना में केंदीय अल्पसंख्यक आयोग की जांच रिपोर्ट आ चुका है. फिर भी दोषियों पर कार्रवाई नहीं की जा रही है. इससे साबित होता है की झारखंड की हुकूमत की खुली छुट है ये सब करने के लिए।
गौरतलब है की हजारीबाग के पेलवल थाना के पबरा में गाय के नाम पर मारपीट और समान जला देने की घटना सियासत हिन्दी ने प्रमुखता से न्यूज़ चलायी और इस घटना को उजागर किया। हजारीबाग के पेलावल में गो भक्तों द्वारा उत्पात मचाये जाने की घटना की जांच के लिए माले और एआइपीएफ(आल इंडिया पीपुल्स फोरम) की टीम वहां गयी थी. टीम में पूर्व विधायक विनोद सिंह, जावेद इसलाम, जियाउल्लाह व पच्चू राणा शामिल थे. टीम ने बताया कि 27 अगस्त की यह घटना सुनियोजित थी. पुलिस द्वारा गाड़ी को धक्का मारने की बात बेबुनियाद है. गाड़ी को हरना गांव में मंदिर के पास ट्रैक्टर से रोक कर हमला बोला गया और जला दिया गया. गाड़ी में सवार साहिला खातून के दोनों भाइयों व साथ जा रहे एक अन्य नौजवान को खींच कर पास के गड्ढे में डुबो कर मारा जा रहा था. मालूम हो की सालेहा खातून के शौहर झारखंड में राजमिस्त्री है. सालेहा खातून का मायके पेलावल है. वह अपने घर-परिवार का सामान लेकर अपने मायका पेलावल जा रही थी. योजनाबद्ध तरीके से घटना का अंजाम दिया गया. यह सब राज्य सरकार के इशारे पर हो रहा है.
पूरे राज्य में बिगड़े माहौल पर एक सितंबर को ऑल इंडिया पीपुल्स फोरम हजारीबाग समाहरणाल के सामने एक दिवसीय धरना देगा. पूरे राज्य में जमीन की लूट चल रही है. जमीन लूटनेवालों को सरकार संरक्षण दिया है. 21 सितंबर को हजारीबाग में रैली निकाली जायेगी. इसमें भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य शामिल होंगे. विनोद सिंह ने कहा कि पबरा 407 गाड़ी जलाने की घटना में पीड़ित परिवार से जाकर मिला.