रियासत में आलू की कीमत कम होने का नाम नहीं ले रही है। आज भी खुले बाजार में आलू 25 रुपये किलो के आसपास बिक रहा है। इसकी वजह झारखंड से लोकल आलू का बाजार में कम आने के साथ-साथ मगरीबी बंगाल से आनेवाले आलू पर रोक है। एक बार फिर मगरीबी बंगाल से आलू के ट्रक नहीं आ रहे हैं। इस वजह से पुराने आलू की कीमत भी बढ़ी हुई है। गुजिशता एक सप्ताह से कभी एक ट्रक तो कभी दो ट्रक आलू दारुल हुकूमत के बाजार में आया रहा है।
इधर बंगाल हुकूमत आलू लदे गाड़ियों को झारखंड के बॉर्डर (चिरकुंडा, गोविंदपुर, घाटशिला व पुरुलिया) में रोक रहा है। बॉर्डर पर तैनात पुलिस के ओहदेदार गाड़ी ड्राइवरों को सीधे कह रहे हैं कि आलू को दूसरे रियातों में भेजने को लेकर रियासती हुकूमत की ओर से कोई वाजेह हुक्म अब तक नहीं मिला है। इसलिए हम आलू के ट्रक को नहीं जाने देंगे। कुछ ट्रक जो आलू लेकर रियासत में पहुंच भी रहे हैं उन्हें बिचौलिया के जरिये से बॉर्डर पर तैनात ओहदेदारों को मैनेज करना पड़ रहा है।
थोक मंडी में 21-23 रुपये
आलू थोक मार्केट में अभी भी 21-23 रुपये किलो की शरह से बिक रहा है। खुदरा बाजार में आलू की कीमत 25-29 रुपये किलो के शरह से बिक रही है। मुक़ामी आलू कारोबारियों की मानें तो जल्द ही झारखंड का नया आलू बाजार में आयेगा तभी आलू की कीमत में गिरावट आयेगी।
रोजाना 100 ट्रक की जरूरत
रियासत में रोजाना 100 ट्रक आलू की खपत होती है। इसमें से 12-14 ट्रक आलू की खपत रोजाना दारुल हुकूमत समेत इसके आसपास के बाजारों में होती है। मौजूदा में रियासत में आलू की जितनी खपत होती है उसमें से 60 फीसद से ज़्यादा आलू बंगाल से ही रियासत में आता है। आलू कारोबारियों की मानें तो उत्तर प्रदेश, पंजाब व छत्तीसगढ़ से भी आलू मंगाया जाता रहा है। लेकिन इन रियासतों से आलू को लाने में ट्रांसपोर्टिग खर्च बहुत ज़्यादा होता है। इसलिए कारोबारी बंगाल से ही आलू लाना पसंद करते हैं।
झारखंड की सब्जियां मगरीबी बंगाल जा रही हैं। लेकिन बंगाल आलू पर से रोक नहीं हटा रहा है। गुजिशता छह माह से यही हालत बनी हुई है। कभी दो ट्रक तो कभी पांच ट्रक आलू बंगाल हुकूमत से आने दे रही है। इस मामले को लेकर हुकूमत को कोई ठोस और संगीन कदम उठाना चाहिए, मौजूदा में दारुल हुकूमत के बाजार में लोकल आलू भी आने लगे हैं, जल्द ही इनकी आने की उम्मीद है तो मांग बढ़ेगी तो आलू की कीमतों में गिरावट आयेगी।
शंभु प्रसाद गुप्ता, सदर रांची चैंबर ऑफ कॉमर्स