झारखंड में फर्जी कंपनियों ने बैंकों को लगाए करोड़ों की चपत, जांच शुरू

पीएनबी में हुए महाघोटाले के बाद देशभर के बैंकों के कामकाज पर गंभीर प्रश्न खड़ा हो गया है। दूसरी तरफ बैंक भी अब उन कंपनियों के खिलाफ अपनी जांच तेज कर दी है, जिनके पास बैंकों का करोड़ों बकाया है।

वहीं, झारखंड में भी अब तक ऐसी करीब दो दर्जन कंपनियों का पता चला है जिन्होंने बैंकों को करोड़ों की चपत लगाई है। पीएमओ को भेजे ऐसे ही एक पत्र में एक विसलब्लोअर ने झारखंड में बैंकों के कामकाज पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए करीब दो दर्जन कंपनियों की सूची भेजी है।

भारत सरकार के वित्त विभाग ने पत्र मिलते ही रांची सहित झारखंड के सभी बैंकों की जांच कर इसकी रिपोर्ट जल्द सौंपने के लिए बैंक और राज्य सरकार को पत्र लिखा है।

पत्र में दी गई जानकारी के मुताबिक लगभग दो दर्जन कागजी कंपनियों में से करीब 10 कंपनियों ने रांची के विभिन्न बैंकों से 80 करोड़ रुपये से अधिक का लोन ले रखा है, जिसे अभी तक नहीं लौटाया गया है।

झारखंड में भी देश के दूसरे राज्यों की तरह बैंकों का NPA साल दर साल बढ़ा है। वैसे ही झारखंड में लोगों ने बैंककर्मियों से सांठगांठ कर फर्जी कागजात पर लोन लेकर बैंकों को चुना लगाया है।

इन कंपनियों ने लोन या तो चुकाया ही नहीं या फिर खुद को दिवालिया घोषित कर दिया। फिलहाल वित्त मंत्रालय के पत्र के बाद सभी बैंकों ने जांच तेज कर दी है।

साभार- आज तक