दो दिन दर्जे हरारत में इजाफा के बाद अचानक बदला मौसम कहर बनकर टूटा। जगह-जगह तबाही का मंजर बन गय है। बारिश और ओले पड़ने के बाद जुमा को रियासत के कई हिस्सों में बिजली गिरी, जिसमें 11 जानें चली गईं। रामगढ़ के दुमली में ठनका गिरने से क्रशर के बारूदघर में धमाका हो गया, जिसमें चार मजदूरों की मौत हो गई।
गिरिडीह के राजधनवार थाना इलाक़े के नावागढ़पट्टी में ठनका गिरने से दो लड़कियों की मौत हुई है, जबकि मंडप में पूजा कर रही 55 साला खातून बेहोश हो गई। इसके अलावा पांच दीगर जगहों पर बिजली गिरने पांच लोग मरे हैं। दुमका के काठीकुंड के बालीडीह गांव बारिश के दौरान गैर कानूनी कानकुनी से मिट्टी का टीला खिसकने से चार लोगों के मरने की इत्तिला है मगर इसकी सरकारी तसदीक़ नहीं हुई है। रियासत भर से फसलें बर्बाद होने की भी खबरें आ रही हैं।
रामगढ़ जिले के दुलमी ब्लॉक के सिरू वाकेय क्लासिक कोल कंस्ट्रक्शन क्रशर के बारूदघर में जुमे की दोपहर वाकिया हुई। तेज बारिश के दौरान क्रशर में काम करनेवाले मजदूर बारूद घर में जमा हो गए। इसी दरम्यान उसी कमरे पर ठनका गिरा, जिससे बारूद में धमाका हो गया। धमाका इतना तेज था कि पूरा इमारत जमींदोज हो गया और मजदूर 10 फीट तक ऊपर उड़ गए।
दो लोगों के लाश 20 फीट दूर पड़े मिले। एक मजदूर का लाश मलबे में दब गया, जिसे जेसीबी की मदद से निकाला गया, जबकि एक दीगर मजदूर की मौत अस्पताल ले जाने के दौरान हो गई। जख्मियों को रिम्स रांची में एड्मिट कराने की बात कही जा रही है। क्रशर के मैनेजर दुलमी के रहने वाले दीपक सिन्हा भी संगीन तौर से जख्मी हुए हैं।
मरने वाले तीन मजदूर बरही के थे। वाकिया की जानकारी पाकर एसडीएम केके राजहंस, सीओ रामकुंवर पहान, थाना इंचार्ज उमेश प्रसाद सिंह पहुंचे। क्रशर बबलू सिंह की बताई गई है। माइयतों में एक हजारीबाग के रहने वाले तबारक अंसारी के नाम की तसदीक़ हुई है। वो हाइवा का ड्राईवर था। वहीं दीगर मरने वालों के नाम का पता नहीं चल पाया है। जख्मियों में दीपक सिन्हा साइड इंचार्ज, जलेश्वर महतो सिरू, बिलटू महतो सिरू, लीलामनी देवी सिरू वगैरह हैं।
तेज हवा और ओले से फसलों को नुकसान
झारखंड के कुछ इलाकों में जुमा की दोपहर में तेज हवा और ओले के साथ हल्की बारिश ने मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल डाला। गिरिडीह, धनबाद, बोकारो, हजारीबाग, देवघर समेत दीगर हिस्सों में तेज हवा के साथ बारिश हुई। इसका मगरीबी और जुनूबी हिस्सों में ज्यादा असर पड़ा। रियासत के कुछ इलाकों में ओले गिरने से फसलों की बर्बादी हुई। खासकर रबी फसलों में गेहूं, दलहन समेत दीगर फसलों को नुकसान हुआ है। ओले के साथ हुई बारिश से पैदावार मुतासीर होने की इमकान है। ज़ीराअत साइंस ए बदुद के मुताबिक ओले से फसलों को नुकसान पहुंचा है।
आज भी तेज हवा के साथ बारिश का इमकान
मौसम महकमा के डाइरेक्टर बीके मंडल के मुताबिक एमपी और छत्तीसगढ़ में बने कम दबाव की वजह से झारखंड का मौसम मुतासीर हुआ है। जुनूबी से आ रही हवाओं से आसमान में गरज वाले बादल बन रहे हैं। इस वजह ही ओले के साथ बारिश हुई। मौसम का यह मिजाज कल भी बना रहेगा।