दुमका: साबिक वज़ीरे आला और झारखंड मुक्ति मोरचा के सदर हेमंत सोरेन ने कहा है कि झारखंड में रहकर बिहार-यूपी का तारीफ़ नहीं चलेगा. झारखंड में रहने वालों को झारखंड का ही जयकार करना होगा. झारखंड का खायेंगे-पीयेंगे, तो यूपी-बिहार का गुणगान नहीं करने दिया जायेगा. ब्लाक सतह कांफ्रेंस के बाद सहाफियों से बातचीत में मिस्टर सोरेन ने दुमका में कहा कि भारतीय जनता पार्टी अगर सोचती है कि भारत में रहने वाले को भारत माता की जय कहना जरूरी है, तो झारखंड में रहने वाले को झारखंड की जयकार करना क्यों जरूरी नहीं.
मिस्टर सोरेन ने कहा कि पीएम आये थे, तो बड़ी-बड़ी एलान किये.वे मनसूबे जो जमीन पर चलनेवालों के लिए नहीं, हवा पर चलने वालों के लिए थी. न तो ब्लैक मानी आया, न लोगों के खाते में पैसे आये. रियासती हुकूमत भी पुरानी मंसूबों का संगेबुनियाद और इफ्तिताह कर अपनी पीठ थपथपा रही है. मेडिकल कॉलेज का दोबारा संगेबुनियाद हो रहा है. एसेम्बली का दोबारा संगे बुनियाद कराया गया. अब तो अफसर उसके खिड़की, दरवाजे, बाथरूम का भी संगेबुनियाद वज़ीरे आला से करायेंगे. हेमंत ने कहा कि वज़ीरे आला रघुवर दास यहां के लोगों को नौकरी नहीं दे रहे और बिहार-यूपी जाकर वहां के लोगों को झारखंड में नौकरी देने की बात कहते फिर रहे हैं. मिस्टर सोरेन ने कहा कि महीने भर के अंदर मुकामी पालिसी लागू करने की बात कही गयी थी, साल भर से ज्यादा वक़्त गुजर गये.