रांची : रियासती हुकूमत आर्सेलर मित्तल कंपनी के साथ मेगा स्टील प्लांट की कयाम के लिए सेकंड स्टेज एमओयू करेगी। कंपनी की दरख्वास्त पर रियासती हुकूमत ने मंजूरी दे दी है। इंडस्ट्री महकमा ने कंपनी मैनेजमेंट को इस की जानकारी का खत भेज दिया है। साथ ही इसके लिए मुमकिना तारीख की जानकारी देने के लिए कहा है।
इसके साथ ही रियासत में मेगा स्टील प्लांट की कयाम की इंतज़ार एकबार फिर जग गई है। इस मेगा स्टील प्लांट पर 40 हजार करोड़ का सरमायाकारी की तजवीज है। इससे डाइरेक्ट और इनडाइरेक्ट तौर पर कई लाख लोगों को रोजगार मिलेंगे।
आर्सेलर मित्तल कंपनी की तरफ से मेघाहातुबुरू और करमपदा के पास फॉरेस्ट रिजर्व में लौह-अयस्क खानों की प्रोस्पेक्टिंग लीज मिलने की इत्तिला के बाद रियासती हुकूमत ने सेकंड स्टेज एमओयू की मंजूरी दी है।
यहां का माइंस कंपनी को स्टील प्लांट के नाम पर पहले ही एलॉटमेंट करने की बात थी। लेकिन इसका स्टोर छोटा होने की वजह से कंपनी इस सिम्त में कदम नहीं बढ़ा रही थी। हाल ही में कंपनी ने इसका पीएल हासिल कर लिया है।
साल 2005 में हुए एमओयू के वक़्त कंपनी ने 12 मिलियन टन सालाना लोहा प्रॉडक्शन दो मरहलों में हासिल करने का टार्गेट रखा था। लेकिन जमीन मिलने में मसला की वजह से कंपनी ने इसे कई मरहलों में हासिल करने का टार्गेट रखा है। इसके लिए कंपनी एक साइट की जगह दो-तीन साइटों पर प्लांट कयाम करना चाहती है। सेकेंड स्टेज एमओयू के वक़्त यह पूरी जानकारी कंपनी रियासत हुकूमत को देगी।