झारखंड में हज के मुकर्रर कोटे से भी कम दरख्वास्त

हज आज़मीन के लिए इस साल मगरीबी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां जिले से दरख्वास्त में कमी आई है। दोनों जिले से टोटल 481 लोगों ने दरख्वास्त किया है। झारखंड रियासत हज कमेटी में सबके फॉर्म जमा हो गए हैं। कमेटी रुक्न और जिला के इंचार्ज हाजी महमूद आलम और उनके साथियों ने दोनों जिलों दरख्वास्त गुज़ार के फॉर्म साकची जामा मस्जिद हज कमेटी दफ्तर में जमा कराया।

इस साल 27 अगस्त के बाद सऊदी अरब के लिए फ्लाइट शुरू होने की उम्मीद है। कमेटी मेंबरों से मिली जानकारी के मुताबिक, 9 अप्रैल को हज आज़मीन की तैयारी, फ्लाइट शिड्यूल और दीगर तैयारियों को लेकर हज कमेटी ऑफ इंडिया और वुजरा के अफसरों की बैठक होगी। इसके बाद शिड्यूल जारी होगी। इधर, झारखंड में मुकर्रर कोटे से भी कम दरख्वास्त आए हैं। गुजिशता साल का कोटा 3460 था। इस साल तीन हजार दरख्वास्त ही आए हैं।

दरख्वास्त गुज़ार की तादाद कम

इस साल दरख्वास्त की तादाद में कमी आई है। वैसे हर साल तादाद में उतार-चढ़ाव होता है। इस साल पासपोर्ट वक़्त पर नहीं बन पाना भी एक वजह रहा।

रियाज शरीफ, मेम्बर, साकची जामा मस्जिद हज कमेटी

पहली किस्त 15 मई तक

हज के लिए फॉर्म भरने की अमल पूरी हो गई है। इस साल जमशेदपुर समेत पूरे रियासत में गुजिशता साल के मुकाबले दरख्वास्त गुज़ार की तादाद कम रही। इस बार तमाम दरख्वास्त गुज़ार को हज की इजाजत मिल जाएगी। हज आज़मीन के लिए पहली किस्त 81 हजार रुपए 15 मई तक जमा होंगे।

हाजी महमूद आलम अंसारी, मेम्बर, झारखंड रियासत हज कमेटी