अदाणी ग्रुप झारखंड में नेचुरल गैस ऑप्शन समेत यूरिया, मीथेन, बिजली की पैदावार के लिये 50,000 करोड़ रुपये की सरमायाकारी मंसूबा पर गौर कर रहा है। रियासत के सनअति महकमा के डाइरेक्टर के. रवि कुमार ने आज यह जानकारी देते हुये कहा कि कल इस सिलसिले में ग्रुप के साथ एमओयू पर दस्तखत कर लिये गये हैं। एमओयू पर रवि कुमार ने और अदाणी ग्रुप के सीईओ राजेश झा ने दस्तखत किये।
उन्होने कहा कि ग्रुप रियासत में यूरिया, मीथेन, बिजली और नेचुरल गैस के बदले किसी दीगर ऑप्शन का प्रॉडक्शन करने में 50,000 करोड रुपये की सरमायाकारी करेगा। इन्वेस्ट मुकाम और ज़मीन दस्तयाब के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, एमओयू इस अमल का पहला मरहला है। इसके बाद वह तौसिह प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करेंगे और उसके बाद ही जमीन की शिनाख्त की जायेगी। उन्होंने कहा कि यह कारखाना दो मरहलों में लगाया जायेगा और इससे 20,000 लोगों को डाइरेक्ट-इनडाइरेक्ट जॉब दस्तयाब कराएगा।
पहले फेस से प्रॉडक्शन दूसरे फेस के लिये एमओयू दस्तखत होने के पांच साल के अंदर शुरू होने का इमकान है। पहले फेस के इन्वेस्ट से प्रॉडक्शन शुरु होने के तीन साल के बाद दूसरे फेस पर काम शुरु हो जायेगा। कारखाना लगाने के मुमकिना मुकामात में धनबाद में सिंदरी या दीगर मुकामात हो सकते हैं।