झारखंड : लेवी के पैसे कारोबारियों के जरिये सफेद करने की जुगत में नक्सली, 25 लाख के साथ गिरफ्तार

रांची : 1000 और 500 के नोट बंद होने से उग्रवादी संगठनों में खलबली मच गयी है. वे लेवी के पैसे व्यवसायियों के माध्यम से सफेद करने की जुगत में हैं. गुरुवार को बेड़ो में ऐसा ही मामला सामने आया. पुलिस ने पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप के 25 लाख रुपये बैंक में जमा कराने पहुंचे पेट्रोल पंप संचालक नंद किशोर को गिरफ्तार कर लिया. बरामद रुपयों में 1000 व 500 के नोट हैं.

व्यवसायी को रुपये जमा कराने के एवज में दिनेश गोप ने कमीशन देने का वादा किया था. नंद किशोर का बेड़ो में ही पेट्रोल पंप है. इसकी पुष्टि एक पुलिस अधिकारी ने की है. पुलिस अधिकारी के अनुसार एसएसपी कुलदीप द्विवेदी को सूचना मिली थी कि दिनेश गोप लेवी में वसूले गये रुपये को वैध कराने के लिए सहयोगी के माध्यम से नंद किशोर को बैंक भेजा है. सूचना मिलने पर एसएसपी ने बेड़ो डीएसपी के नेतृत्व में टीम गठित की. व्यवसायी नंदकिशोर जैसे ही रुपये लेकर बैंक पहुंचा, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

पैसे के संबंध में पूछे जाने पर वह कोई सटीक जवाब नहीं दे पाया. पुलिस अधिकारियों के अनुसार, दिनेश गोप अपने अवैध धन को वैध कराने के लिए कुछ व्यवसायियों को कमीशन देने के साथ धमकी भी दे रहा है. पुलिस का मानना है कि कुछ व्यवसायी भयवश या लोभवश मनी ट्रांजेक्शन दिखा कर उसके पैसे को वैध करने की कोशिश कर सकते हैं. पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है. आरंभिक पूछताछ में व्यवसायी नंद किशोर ने पुलिस को कुछ अन्य जानकारियां दी है. जिसकी जांच पुलिस कर रही है.

पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप हर वर्ष करीब 20 करोड़ रुपये से अधिक की लेवी वसूलता है. वह प्रत्येक निर्माण कार्य में पांच से 10 प्रतिशत की राशि लेवी के रूप में वसूलता है. इसके अलावा ठेकेदार, ईंट भट्ठा संचालक सहित अन्य लोगों से मोटी रकम लेवी के रूप में वसूल करता है. वसूली गयी राशि वह रियल स्टेट, माइनिंग और जमीन की खरीद फरोख्त में निवेश करता है. बताया जाता है दिनेश गोप का संबंध पहले से कुछ व्यवसायियों के साथ हैं, जिनके सहयोग से वह विभिन्न क्षेत्रों में पूंजी निवेश करता है.