रांची : झारखंड सरकार ने पूरे रियासत को सूखा से मुतासीर का एलान कर दिया है़। इसके लिए फसल को हुए नुकसान और बिना मौसम बारिश को बुनियाद बनाया है। मंगल को हुई काबीना की इजलास में इसका फैसला लिया गया़। काबीना ने रियासत में सूखे से मुतल्लिक़ रिपोर्ट मरकज़ी हुकूमत को भेजने और मरकज़ी दल से सुरते हाल का जायजा लेने की दरख्वास्त करने का फैसला किया है। रियासती हुकूमत मरकज़ से नेशनल डिजास्टर रीलिफ फंड (एनडीआरएफ) और स्टेट डिजास्टर रीलिफ फंड (एसडीआरएफ) से खर्च की इजाजत देने की दरख्वास्त करेगी।
रियासत को सूखे से मुतासीर होने का एलान करने के लिए ज़ीराअत और पानी वसायाल महकमा से मिले अदाद को बुनियाद बनाया गया है। ज़ीराअत महकमा ने कैबिनेट को सौंपी अपनी रिपोर्ट में रियासत के 64 ब्लॉक में 50 फीसद और 62 ब्लॉक में 40 फीसद से ज़्यादा फसलों के नुकसान होने की बात कही है़। पूरे रियासत में धान की फसल को 37.7 फीसद, मक्का को 27.06 फीसद, दलहन को 16.85 फीसद और तेलहन की फसल 13.44 फीसद नुकसान का अनुमान लगाया गया है़। रिपोर्ट में थोड़ी बहुत बारिश की वजह से 74.71 लाख मीट्रिक टन फसल के टार्गेट के बदले 65 लाख मीट्रिक टन के पैदावार का अनुमान किया गया है।
अनाज आैर चारा की कमी की इमकान जतायी गयी है। पीने के पानी और सफाई महकमा की रिपोर्ट में ज़मीन के अंदर के पानी की सतह में तीन मीटर या उससे ज़्यादा की गिरावट की बात कही गयी है। पानी वसायाल महकमा ने पानी की कमी की वजह से संगीन पानी के बोहरान की इमकान जतायी है।