रांची: झारखंड विधानसभा की सदाचार समिति की अनुशंसा पर चार विधायकों को 31 मार्च तक के लिए सस्पेंड कर दिया गया है. निलंबित विधायकों में पौलुस सुरीन, अमित महतो व शशिभूषम सामद झारखंड मुक्ति मोर्चा और डा. इरफान अंसारी भी हैं.
प्रभात खबर के अनुसार, निलंबित किए गये विधायकों ने शीत सत्र में जमकर विधानसभा के भीतर बवाल काटा था. इन्होंने स्पीकर को लक्ष्य कर कुर्सियां व जूते फेंके थे. एक ने फोम स्प्रे डाला था और स्पीकर के हाथ से कागजात छीनकर फाड़े थे. निलंबन की अवधि में इन्हें वेतन-भत्ता नहीं मिलेगा. चारों विधायक निलंबन की अवधि में विशेषाधिकार का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे. विधान सभा की सदाचार समिति की अनुशंसा पर यह कार्रवाई की गई है. सदन ने बहुमत से इस प्रस्ताव को स्वीकृत किया.
वहीँ निलंबन के फैसले पर जेएमएम विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि लोकतंत्र के लिए आज का निर्णय काला धब्बा की तरह है. आरोप लगाया कि सरकार के इशारे पर सदाचार समिति ने यह निर्णय लिया है. वहीं जेएमएम के निलंबिक विधायक शशिभूषण सामद ने कहा कि वे निलंबन से नहीं घबराते. वेतन सुविधा नहीं मिलने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा. चेतावनी दी कि इस कार्रवाई के बाद सीएनटी एसपीटी एक्ट के खिलाफ आन्दोलन और तेज होगा.