रांची। रियासत की कानून निजाम भयावह है। रघुवर दास इस्तीफा दे। ये बातें ओपोजिशन के लीडर हेमंत सोरेन ने कही। उन्होंने कहा कि रियासत में मुजरिमाना वारदात में बेतहाशा इजाफा पर रोक लागने में नाकामयाब होने का इलज़ाम लगाते हुए वज़ीरे आला रघुवर दास से नैतिकता की बुनियाद पर इस्तीफे की मांग की है। हेमंत सोरेन दुमका के खिजुरिया वाके अपने आवास में मुनाक्किद प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि रियासती हुकूमत की गलत पॉलिसियों और विफलाओं की वजह रांची समेत रियासत के मुख्तलिफ जिलों में मुजरिमाना वारदात में बेतहाशा इजाफा हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार विधि-व्यवस्था को बनाए रखने में पूरी तरह विफल साबित हुई है। उन्होंनेे कहा कि राज्य की रघुवर सरकार अडाणी और अंबानी जैसे औद्योगिक घरानों को लाभ पहुंचाने के लिए एक साजिश के तहत कम दर निर्धारित कर किसानों की जमीन अधिग्रहण कर रही है। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान झामुमो ने जनता को भाजपा की जनविरोधी नीति से सजग किया था। आज झामुमो की आशंका सही साबित हो रही है। राज्य की रघुवर सरकार गत विधानसभा चुनाव में मिले जनादेश के खिलाफ आदिवासी, मूलवासी और गरीबों के विरूद्ध कार्य कर रही है।
सोरेन ने कहा कि स्थानीय नीति तैयार किए बगैर राज्य सरकार जेपीएससी, कारापाल और पुलिस समेत विभिन्न सरकारी पदों पर नियुक्ति कर इस राज्य के आदिवासी, मूलवासी शिक्षित बेराजगारों को उनके अधिकार से वंचित कर रही है। सोरेन ने कहा कि झामुमो इन मुद्दों को जनता की संसद में ले जाएगी और इसके खिलाफ सदन से सड़क तक विरोध किया जाएगा। हेमंत सोरेन ने पूछने पर कहा कि झामुमो कार्यकर्ताओं के भावनाओं का ध्यान में रखकर उनकी पार्टी गोड्डा विधानसभा उपचुनाव में अपना उम्मीदवार खड़ा करेगी। सोरेन ने कहा कि उनकी पार्टी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में करीब 15-16 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगा। इस मौके पर झामुमो के जिलाध्यक्ष सुभाष सिंह, जिला सचिव शिवकुमार बास्की समेत कई प्रमुख कार्यकर्ता मौजूद थे।