झारखण्ड विधानसभा नियुक्ति घोटाले की जांच करनेवालों को गरदन काट लेने की धमकी

रांची : विधानसभा में नियुक्ति व प्रोन्नति घोटाले की जांच कर रहे चार कर्मचारियों को गुरुवार काे गरदन काट लेने की धमकी दी गयी. इस घटना से आयोग के कर्मी दहशत में हैं. सूत्रों के अनुसार धमकी देनेवाले विधानसभा कर्मी की पहचान हो गयी है़ विधानसभा अध्यक्ष ने संबंधित कर्मी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए लिखा है. उसे शो-कॉज भी किया जा रहा है. आयोग के एक कर्मचारी के अनुसार अध्यक्ष इस घटना से काफी गुस्से में थे. सूचना के मुताबिक धमकी देनेवाला विधानसभा में अवर सचिव रैंक का पदाधिकारी है. वह आयोग के कर्मचारियों से कोई कागजात लेना चाह रहा था, जिसे देने से इनकार कर दिया गया. कर्मचारियों ने कहा : वह इस मुद्दे पर अध्यक्ष से बात करें. इसी के बाद उक्त पदाधिकारी ने कर्मचारियाें को धमकाया. उसके साथ आये विधानसभा के तीन अन्य कर्मी भी वहीं मौजूद थे.

झारखंड विधानसभा में नियुक्तियों में बड़े पैमाने पर अनियमितता हुई है. स्पीकर रहे इंदर सिंह नामधारी और आलमगीर आलम के समय हुई नियुक्तियों पर सवाल उठे रहे हैं. श्री नामधारी ने 274 और आलमगीर आलम ने 324 नियुक्तियां कीं. इन नियुक्तियों में नेताओं के करीबियों को उपकृत किया गया. नियम-कानून को ताक पर रख कर बहाली की गयी. इस चर्चित घोटाले की जांच एक जांच अायोग बना कर करायी जा रही है. मामला करीब पांच सौ अवैध नियुक्ति व प्रोन्नति से जुड़ा है. झारखंड उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश जस्टिस विक्रमादित्य प्रसाद इस जांच आयोग के अध्यक्ष हैं.