हम अब तक लोगों की अमीरी-ओ-ग़रीबी की दास्तानें सुनते आए हैं लेकिन यहां एक ख़ातून का क़िस्सा मुख़्तलिफ़ अंदाज़ का है जिस ने हिंदुस्तान के जमहूरी निज़ाम की ख़ूबीयों को उजागर किया है।
ये ख़ातून जिस मुक़ाम पर झाड़ू देती थी अब वहां की हाकिम बन गई है। दलित तबक़ा की ये ख़ातून सम्पूर्णा नगर पंचायत भोपालपली ( ज़िला वर्ंगल ) की सदर नशीन मुंतख़ब होगईं।
वो पिछ्ले दो साल से इसी इलाके में झाड़ू लगाती थी। सम्पूर्णा ने बतायाकि इस ने कभी ख़ाब में भी नहीं सोचा था कि उनकी ज़िंदगी में अचानक ये तबदीली आएगी।
ये मेरी ख़ुशनसीबी हैके जारोबकश से सदर नशीन के ओहदे तक पहुंच गई। उन्होंने टी आर एस का टिकट देने पर पार्टी क़ियादत से इज़हार-ए-तशक्कुर किया जबकि सम्पूर्णा के चुनाव में स्पीकर असेंबली मधु सुदन चारी ने भी नुमायां रोल अदा किया है।