झूटे सबूत की तैयारी ब्यानात हुक्म इलतिवा से क़बल रीकॉर्ड: गुजरात

नई दिल्ली, ३१ जनवरी ( पी टी आई ) हुकूमत गुजरात ने आज सुप्रीम कोर्ट से कहा कि माबाद गोधरा फ़सादाद के एक मुक़द्दमा में फ़र्ज़ी शवाहिद जमा करने के मुआमला में ऐनी शाहिदीन के ब्यानात इस ( सुप्रीम कोर्ट ) की जानिब से जारी करदा हुक्म इलतिवा से क़बल ही रिकॉर्ड कर लिए गए थे ।

इल्ज़ाम है कि समाजी कारकुन तीस्ता सेतलवाद ( teesta setalvad) की उमा पर ये कार्रवाई की गई थी । रियासती हुकूमत ने जस्टिस आफ़ताब आलम और जस्टिस रंजना प्रकाश देसाई की बंच के रूबरू कहा कि ये ब्यानात सुप्रीम कोर्ट के जारी करदा हुक्म इलतिवा से क़बल ही रिकॉर्ड कर लिए गए थे । हुकूमत गुजरात के वकील है मानते का वाही से बंच ने सवाल किया था कि हुकूमत के हलफनामा में गवाहों के ब्यानात को किस तरह शामिल के आ गया है जबकि अदालत इस मुआमला में किसी भी कार्रवाई पर हुक्म इलतिवा जारी कर चुकी थी ।

वकील मौसूफ़ ने जवाब दिया कि इस मुआमला में पुलिस की जानिब से तहकीकात की गयी और ऐनी शाहिदीन-ओ-गवाहों के ब्यानात हाइकोर्ट की हिदायत के मुताबिक़ रिकॉर्ड कर लिए गए थे जिन पर बाद में सुप्रीम कोर्ट ने हुक्म इलतिवा जारी कर दिया । मुख़्तसर सी समाअत के बाद सुप्रीम कोर्ट बंच ने इस केस में मज़ीद किसी कार्रवाई पर अपने उबूरी हुक्म इलतिवा में आइन्दा अहकामात तक इलतिवा जारी कर दिया है और जारीया साल जुलाई में इस मुआमला की क़तई समाअत मुक़र्रर की है ।

रियासती हुकूमत ने एक हलफनामा पेश किया है जिस में सात गवाहों के ब्यानात भी शामिल हैं जिन में कहा गया है कि इन से तीस्ता सेतलवाद की उमा पर बाअज़ मुलज़मीन के ख़िलाफ़ बे बुनियाद और झूटे ब्यानात दिलवाए गए थे ।